छत्तीसगढ़ में जारी कांग्रेस के 85वें महाधिवेशन में पार्टी संविधान में कई बड़े बदलाव किए हैं। इसके तहत अब कांग्रेस में सिर्फ डिजिटल तौर पर सदस्यता दी जाएगी और डिजिटल रिकॉर्ड ही रखे जाएंगे। इसके अलावा पार्टी की कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) में पिछड़ा-अति पिछड़ा वर्ग, महिलाओं, युवाओं और अल्पसंख्यकों के लिए 50 फीसदी आरक्षण का एलान किया गया है। इसी के साथ कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्यों की संख्या में भी इजाफा करने का फैसला हुआ है। अब इसके सदस्यों की संख्या 25 से बढ़ाकर 35 कर दी गई है।
इससे पहले कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अधिवेशन को संबोधित किया। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि आज मैं गौरवशाली महसूस कर रहा हूं। बीजेपी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि आज देश में चारो तरफ नफरत का माहौल। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि हम सभी उस गौरवशाली विरासत की नुमाइंदगी कर रहे हैं, जिसे- महात्मा गांधी जी, पंडित नेहरू जी, सुभाष चंद्र बोस जी, सरदार पटेल जी, मौलाना अबुल कलाम आज़ाद जी, डॉ. राजेंद्र प्रसाद जी, सरोजिनी नायडू जी, इंदिरा जी, राजीव जी ने अपने समर्पण से सींचा है।
प्रियंका गांधी का हुआ जोरदार स्वागत
कांग्रेस पार्टी का 85वां अधिवेशन छत्तीसगढ़ के रायपुर में चल रहा है। इसमें शामिल होने के लिए कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा आज रायपुर पहुंची। इस मौके पर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल भी एयरपोर्ट पर मौजूद रहे।
गांधी परिवार का कोई सदस्य शामिल नही
स्टीयरिंग कमेटी ही अधिवेशन के विषयों और संचालन के बिंदु तय करती है। पहले से रखे गए मुद्दों पर बड़े फैसले लेती है। इस अहम बैठक में गांधी परिवार का कोई सदस्य शामिल नहीं हुआ। ऐसा पिछले 25 साल में नहीं हुआ। अधिवेशन के पहले दिन स्टीयरिंग कमेटी को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि 1885 से अब तक कांग्रेस के 138 साल के इतिहास में 84 अधिवेशन हो चुके हैं।
लेकिन यह अधिवेशन इस लिहाज से खास है कि करीब 100 साल पहले 1924 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधीजी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए थे। वह महाधिवेशन उनके गृह राज्य कर्नाटक में बेलगांव में हुआ था। उन्होंने आगे कहा कि हालांकि गांधीजी एक बार ही कांग्रेस के अध्यक्ष रहे। लेकिन उन्होंने छोटी सी अवधि में कांग्रेस को गरीबों, कमजोर तबकों, गांव देहात और नौजवानों से जोड़ कर एक आंदोलन बना दिया था।
सोनिया गांधी ने कहा भारत जोड़ों यात्रा से समाप्त हो सकती है उनकी पारी
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में जारी कांग्रेस के तीन दिवसीय 85वें अधिवेशन के दूसरे दिन अधिवेशन को संबोधित करते हुए रायबरेली से निर्वाचित सांसद और पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राजनीतिक संन्यास के संकेत दिए। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि “मनमोहन सिंह के सक्षम नेतृत्व के साथ 2004 और 2009 में हमारी जीत ने मुझे व्यक्तिगत संतुष्टि दी लेकिन मुझे सबसे ज्यादा खुशी इस बात की है कि मेरी पारी भारत जोड़ो यात्रा के साथ समाप्त हो सकती है, जो कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ था।”
बिना गांधी परिवार के हुई स्टीयरिंग कमेटी की बैठक
स्टीयरिंग कमेटी ने निर्णय लिया कि कांग्रेस की सर्वोच्च समिति, कांग्रेस वर्किंग कमेटी के चुनाव नहीं होंगे। मतलब सीडब्ल्यूसी के सभी सदस्यों को (संसदीय दल के नेता, पूर्व प्रधानमंत्रियों, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्षों को छोड़कर) वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे मनोनीत करेंगे।
अधिवेशन के बाद संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बताया कि स्टीयरिंग कमेटी में खुलकर बातचीत हुई। सभी सदस्यों ने अपनी बात रखी। सर्वसम्मति से स्टीयरिंग कमेटी ने यह तय किया गया कि कांग्रेस अध्यक्ष को CWC के सदस्यों को नॉमिनेट करने का अधिकार दिया जाए।
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