भोपाल। सोशल मीडिया पर यह जानबूझकर फैलाया जा रहा है कि मैं बिना बुलाए कार्यसमिति में गई। मैं डर्टी ट्रिक्स डिपार्टमेंट को आगाह करूंगी कि ऐसी झूठी बातें फैलाने से बीजेपी को दुश्मनों की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। आप जैसे लोग ही काफी होंगे।सवाल यह है कि उमा भारती ऐसे तेवर क्यों दिखा रही हैं? सुना है कि जब वे बैठक में पहुंचीं उनसे किसी ने ज्यादा बात नहीं की। इतना ही नही, वे बैठक में भाषण देने की तैयारी से पहुंची थीं। क्योंकि उनका पटा ( वे पटे पर खड़े होकर भाषण देती हैं) डायस के पास रखा गया था, लेकिन उनका भाषण नहीं हुआ। उनके एक समर्थक यह कहते हुए सुने गए कि उनके (उमा भारती) साथ ‘अपनों’ का बेगानों जैसा व्यवहार उचित नहीं था।
मप्र की पूर्व सीएम उमा भारती बीजेपी की मुश्किलें बढ़ाती जा रहीं हैं। चुनावी साल में शिवराज सरकार को शराबबंदी के मुद्दे पर उमा लगातार घेर रहीं हैं। बीजेपी के संगठन और सरकार की तरफ से कोई खास भाव उमा को न मिलने के बाद उन्होंने मप्र की नई शराब नीति जारी होने तक के लिए अपना घर छोड़ मंदिर में डेरा डाल लिया है। उमा अब 31 जनवरी तक भोपाल के अयोध्या नगर स्थित हनुमान जी-दुर्गा जी के मंदिर में ही रहेंगी। उमा ने आज मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना की। और बीजेपी के संगठन और सरकार को घेरा।
शराब दुकान का विरोध करने मंदिर में डाला डेरा...
उमा भारती ने मंदिर परिसर में मीडिया से चर्चा करते हुए कहा- कुछ समय पहले जब हम विपक्ष में थे तब हमने अवैध उत्खनन और शराब नीति का खुलकर विरोध किया है, सत्ता में आने के बाद अचानक हमें वह बातें भूल ही गए हैं। अब हमें वह बातें याद करनी पड़ेगी। मुझे विश्वास है कि अगर मेरे कहने पर नियंत्रित शराब वितरण प्रणाली लागू हो गई तो मध्य प्रदेश में 2003 का रिकॉर्ड रिपीट हो जाएगा। बीजेपी को बड़ी संख्या में महिलाएं वोट देंगी क्योंकि शराब में सब बह जाता है। लाडली लक्ष्मी सड़क पर बह जाती हैं। जननी सुरक्षा भी सड़क पर नहीं चल पाती, आवास कुटीर भी नहीं टिक पाते। सारी योजनाएं शराब में बह जाती हैं। इसलिए हमें एक स्वस्थ समाज का निर्माण करना पड़ेगा।
इधर प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग की उपाध्यक्ष संगीता शर्मा ने उमाभारती के धरने को लेकर तंज कसा है। उन्होंने कहा है - मामा तो दारू बेच रहा है और बुआ जी दारू के विरोध में धरने पर बैठी हैं।
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