हाउस ऑफ प्रॉफिट मामले में CM के दोषी पाए जाने की सूचना के साथ ही झारखंड की सियासत में एक भूचाल आ गया है। सत्ता पक्ष लगातार विधायकों को बचाने की कोशिश कर रहा है। पिछले 5 दिनों से विधायकों की सुबह-शाम CM हाउस में हाजिरी लगवाई जा रही है तो कभी सियासी पिकनिक के बहाने एकजुटता का संदेश देने की कोशिश की जा रही है। अब 31 विधायकों की रायपुर में बाड़ेबंदी की गई है।
झारखंड में जारी सियासी संकट के बीच राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी आज रायपुर पहुंच सकते हैं। उनके शाम 5:45 तक चार्टर्ड प्लेन से रायपुर आने की चर्चा है। आज ही वे कांग्रेस के चार मंत्रियों के साथ वापस रांची लौट जाएंगे। गुरुवार को रांची में कैबिनेट की बैठक के बाद महागठबंधन के सभी मंत्रियों और विधायकों के भी रायपुर जाने की चर्चा है। ऐसा बताया जा रहा है कि वे अपने साथ उन सभी विधायकों को साथ ले जाएंगे जो फिलहाल रांची में हैं। सरकार के विश्वस्त सूत्रों की मानें तो दो कद्दावर नेताओं पर हेमंत सोरेन को शक है, जो सरकार में टूट डालने की कोशिश कर रहे हैं। इनमें एक JMM के हैं और एक कांग्रेस के। हेमंत सोरेन इन्हीं पर शिकंजा कसने की कोशिश कर रहे हैं। सभी विधायकों को रांची से बाहर निकालना भी इसी का हिस्सा है।
महागठबंधन के बड़े विधायकों की मानें तो टूट का सबसे ज्यादा डर कांग्रेस के खेमे में है। इस मामले पर झारखंड को लंबे समय से कवर कर रहे सीनियर जर्नलिस्ट रवि प्रकाश कहते हैं कि JMM के जितने विधायक हैं, उनका अपना ग्राउंड तो है, लेकिन वो जीतते हैं केवल शिबू सोरेन के नाम पर। इनको पता है कि अगर अभी शिबू सोरेन के खिलाफ हो गए तो अगला चुनाव जीतना मुश्किल हो जाएगा।
हॉर्स ट्रेडिंग का डर, इसलिए विधायकों को शिफ्ट किया: भूपेश
इधर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शिमला के लिए रवाना हो गए हैं। शिमला जाने से पहले उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी जिस तरह से हॉर्स ट्रेडिंग कर रही है इसके चलते झारखंड के विधायकों को छत्तीसगढ़ में ठहरने के लिए कहा गया है। एक सप्ताह हो गया है राजभवन से नोटिफिकेशन को लेकर लिफाफा नहीं खुल पाया है। इसका मतलब साफ है कि अंदर खाने कुछ तो पक रहा है। ऐसी स्थिति में विधायकों की सुरक्षा के लिए वो छत्तीसगढ़ में आए हैं, यहां रिसॉर्ट में हैं।
रायपुर के मेफेयर रिजॉर्ट में 31 विधायक
झारखंड में सियासी संकट के बीच UPA के विधायकों को रायपुर एयरलिफ्ट किया गया है। कांग्रेस-JMM और राजद के 32 विधायकों को रांची से इंडिगो के विशेष विमान से रायपुर लाया गया है। विधायकों को 3 बसों में बैठाकर नवा रायपुर के मेफेयर रिजॉर्ट ले जाया गया। रिसॉर्ट के बाहर चप्पे-चप्पे पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। इस रिजॉर्ट को 2 दिनों के लिए बुक किया गया है। देर रात छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी विधायकों से रिजॉर्ट में मुलाकात की।
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