Rajesh Sharma: कारोबारी निकला ठग, 12 दिन में लूटकर भागा करोड़ों

भोपाल। राजधानी में भोपाल रियल एस्टेट कारोबारी राजेश शर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी के मामले में ईओडब्ल्यू ने जांच शुरू कर दी है। फर्जीवाड़ा आइसीआइसीआइ बैंक में खाता खोलकर किया है। इसमें कई बैंककर्मियों की भूमिका भी संदिग्ध मिली। अंगूठा किसी का और अन्य डिटेल किसी और की होने पर बैंककर्मियों ने आपत्ति दर्ज क्यों नहीं कराई। बैंक अकाउंट से 12 दिन में 1.36 करोड़ से ज्यादा राशि राजेश शर्मा ने अपने करीबी के खाते में ट्रांसफर करवा दी।
फर्जी बैंक ऑपरेशन का मास्टरमाइंड
ईओडब्ल्यू (EOW) जांच में फर्जी बैंक खाते मामले में राजेश शर्मा का तकनीकी सहयोगी एवं धोखाधड़ी में सहायक राजेश तिवारी का नाम सामने आया है। उस पर भी ईओडब्ल्यू ने केस दर्ज किया है। नेहरू नगर में बैंक खाते में किसान चिंता सिंह की जगह अपना फोन नंबर और मेल दर्ज कराया।

12 दिन में फर्जी खाते से ऐसे हुआ ट्रांजेक्शन
ईओडब्ल्यू के अनुसार, 27 जून 23 को आइसीआइसीआइ बैंक खाते में 30 लाख डाले। इसी दिन 20 लाख राजेश शर्मा के करीबी राजेश तिवारी के आइडीएफसी खाते में ट्रांसफर कर दिए। 28 जून को 40 लाख और डाले। दो किस्त में 50 लाख अगले दो दिन में आइडीएफसी में ट्रांसफर किए। 5 जुलाई 23 को 31.16 लाख और 7 जुलाई 23 को 35 लाख फर्जी बैंक खाते से तिवारी के आइडीएफसी के खाते में ट्रांसफर किए।

Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

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