MP का जीरो टॉलरेंस…साढ़े 3 लाख रिश्वत लेते सहायक आबकारी अधिकारी गिरफ्तार, शराब ठेका चलाने 5 लाख महीने मांगे थे..
जबलपुर । जीरो टॉलरेंस वाले मध्य प्रदेश में लोकायुक्त पुलिस ने मंगलवार शाम सिवनी जिले के सहायक आबकारी अधिकारी (एडीईओ) पवन कुमार झारिया को साढ़े 3 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है। लोकायुक्त डीएसपी दिलीप झरबड़े ने बताया कि झारिया ने विभाग के सहायक आयुक्त (डीईओ) शैलेश कुमार जैन के कहने पर रिश्वत ली थी।
लोकायुक्त पुलिस के मुताबिक शैलेश कुमार ठेकेदार से पांच लाख रुपए बतौर महीने की बंदी मांग रहे थे। साढ़े तीन लाख की रकम उन्होंने सिवनी के एडीओ पवन झारिया को देने को कहा था। इसी की शिकायत ठेकेदार राकेश कुमार साहू ने कर दी। जिसके बाद ये कार्रवाई की गई।
3 शराब दुकानों के चलाने की एवज में रिश्वत
लोकायुक्त पुलिस के मुताबिक, सिवनी के खैरा पलारी तिगड्डा पर रहने वाले राकेश कुमार साहू के पास 3 शराब दुकानों का ठेका है। दुकानों को चलाने के लिए आबकारी विभाग के सहायक आयुक्त शैलेश जैन ने 5 लाख रुपए महीने की मांग की थी। शिकायत की जांच हुई तो पता चला कि शैलेश जैन ने एडीओ पवन कुमार झारिया को रिश्वत की रकम के साढ़े तीन लाख रुपए देने को कहा है।
रकम हाथ में आते ही एडीईओ की गिरफ्तारी
इसके बाद मंगलवार शाम को पवन झारिया को ट्रैप करने की कार्रवाई की गई। झारिया ने जैसे ही रिश्वत की रकम ली, उन्हें रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया। जानकारी के मुताबिक पवन कुमार झारिया बतौर सहायक आबकारी अधिकारी साढ़े 3 साल और सहायक आबकारी आयुक्त शैलेश कुमार जैन ढाई साल से पदस्थ हैं। सिवनी जिले के आठ विकासखंडों में कुल 58 शराब दुकानें हैं।