कार्यकर्ताओं ने बिगाड़ी व्यवस्था; कलेक्टर को लगी फटकार:नागरिकों से मिलने सही व्यवस्था न होने पर भड़के सिंधिया; बोले- अगली बार व्यवस्था ठीक रहे

गुना । केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शुक्रवार को गुना के दौरे पर रहे। सर्किट हाउस में नागरिकों से मिलने की व्यवस्था ठीक न होने के कारण उन्होंने कलेक्टर से नाराजगी जाहिर की। सिंधिया ने कलेक्टर से कहा कि जब पहले ही कहा गया था व्यवस्था बनाने, तो क्यों नहीं बनाई गई। ये नहीं चलेगा। जब मैंने कहा है एक सिस्टम बनाने के लिए। बना के रखिएगा अगली बार से। नागरिकों से मिलने में कोई कठिनाई नहीं होनी चाहिए। आगे से इसका ध्यान रखें।
बता दें कि केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने दो दिवसीय दौरे पर गुरुवार देर रात गुना पहुंचे। यहां सर्किट हाउस में उन्होंने रात्रि विश्राम किया। शुक्रवार सुबह उन्होंने नागरिकों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने नागरिकों की समस्याएं सुनीं और उनके आवेदन लिए। सैकड़ों की संख्या में नागरिक अपनी समस्या लेकर पहुंचे। नागरिकों से मिलने के बाद सिंधिया बमोरी के लिए रवाना हो गए। बमोरी में वह आभार सभा लेंगे।
सर्किट हाउस में हुई बैरिकेडिंगनागरिकों से मिलने के लिए सर्किट हाउस में इस बार चाल चौबंद व्यवस्था की गई थी। अंदर की सड़क पर बैरिकेडिंग की गई थी। इसके एक तरफ से होकर नागरिकों को पीछे खुले मैदान में जाने की अनुमति थी। वहीं दूसरी ओर से केवल जनप्रतिनिधियों और पार्टी पदाधिकारियों को जाने दिया गया। पहली बार इतनी दुरुस्त व्यवस्था सर्किट हाउस में देखने को मिली। हालांकि, इस व्यवस्था को पार्टी के कार्यकर्ताओं ने ही ध्वस्त कर दिया। वह प्रशासन की व्यवस्था को तोड़ते हुए दूसरी तरफ से घुस गए। जबकि गुरुवार रात में ही प्रशासन ने जिलाध्यक्ष से बात कर व्यवस्था बनाए थी। लेकिन खुद कार्यकर्ताओं ने ही पूरी व्यवस्था को तोड़ दिया, जिसके कारण आम नागरिकों को परेशानी झेलना पड़ी।
कलेक्टर से जताई नाराजगी
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जब नागरिकों से मिलने पहुंचे तो सब इधर उधर खड़े थे। वहीं सिंधिया को कार्यकर्ताओं ने ही घेर लिया, जिस वजह से वह नागरिकों से मिल ही नहीं पा रहे थे। सिंधिया ने कलेक्टर से नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि जब पहले ही एक सिस्टम बनाने की बात कही गई थी, तो क्यों नहीं बनाया गया। अगली बार से ऐसा नहीं होना चाहिए। जब पहले ही बात हो गई है व्यवस्था बनाने की, तो क्यों नहीं बनाई गई। आगे से ध्यान रखिएगा। अगली बार से बड़ा पंडाल लगाइए। नागरिकों से मिलने में कोई परेशानी नहीं होनी चा