Rajyasabha Election : राज्यसभा में बढ़ने वाली है विपक्ष की ताकत, 8 सीटों के चुनाव से बदल जाएगा समीकरण

नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने सोमवार को 8 राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव का ऐलान कर दिया। इन सीटों पर चुनाव से विपक्षी INDIA गठबंधन की ताकत में दो सीटों का इजाफा हो सकता है। 19 जून को होने वाले चुनाव में तमिलनाडु की 6 सीटों के लिए मतदान होना है तो वहीं असम की दो सीटों के लिए भी वोटिंग होनी है। ये सीटों राज्यसभा सदस्यों के रिटायरमेंट के चलते खाली हो रही हैं। तमिलनाडु के 6 सदस्य जुलाई में रिटायर होंगे, जबकि असम के दो सदस्यों का जून महीने में कार्यकाल समाप्त हो रहा है। तमिलनाडु में जिन 6 सीटों पर इलेक्श होना है, उनमें से तीन पर अब तक डीएमके के सदस्य थे। इसके अलावा तीन सीटों पर पीएमके, एआईएडीएमके और एमडीएमके के मेंबर सांसद थे।

फिलहाल तमिलनाडु विधानसभा का जो समीकरण है, उसके हिसाब से डीएमके का नंबर तीन से 4 हो सकता है। इसके अलावा यदि कांग्रेस के साथ सहमति बनी तो फिर डीएमके एक सीट उसे भी दे सकती है। ऐसा होने पर भी विपक्षी INDIA गठबंधन के खाते में ही एक और सीट जाएगी। इसी तरह असम के आंकड़ों को देखते हुए भी विपक्ष के खाते में एक सीट का इजाफा हो सकता है। फिलहाल जो मेंबर रिटायर हो रहे हैं, वे भाजपा और असम गण परिषद के सदस्य हैं। लेकिन विधानसभा का जो समीकरण है, उस लिहाज से चुनाव की स्थिति में एक सीट भाजपा को मिलेगी तो वहीं एक अन्य सीट कांग्रेस या फिर उसके सहयोगी को मिल सकती है।

इस तरह चुनाव के बाद राज्यसभा में विपक्ष की सीटें 91 हो सकती हैं, जो अभी 89 ही हैं। इसके अलावा एनडीए की सीटें जो फिलहाल 128 हैं, वे घटकर 126 ही रह सकती हैं। बता दें कि हरियाणा, दिल्ली और महाराष्ट्र जैसे कई राज्यों में चुनावी हार के बाद विपक्ष के लिए यह राहत भरी खबर होगी। दरअसल कई राज्यों के चुनावों में लगातार कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों को मात झेलनी पड़ी है। झारखंड को इसमें अपवाद के तौर पर देखा जा सकता है, जहां झामुमो की लीडरशिप में विपक्षी गठबंधन की सरकार बनी है। इस गठबंधन में कांग्रेस भी शामिल है।

Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

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