MP : बच्चों की मौतों के मामले में डॉक्टर गिरफ्तार, शासन ने किया निलंबित, केंद्र ने राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों की बैठक बुलाई

भोपाल।कफ सिरप के कारण किडनी फेल होने के के प्रकरण में दवाई लिखने वाले डॉक्टर प्रवीण सोनी को रात्रि में छिंदवाड़ा से गिरफ्तार कर लिया है। परासिया के बीएमओ डॉक्टर अंकित सहलाम की रिपोर्ट पर पुलिस ने सिरप निर्माता कंपनी श्री सरन के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है उसकी जानकारी पुलिस अधीक्षक अजय पांडे ने परासिया में दी। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि एस आई आई टी का भी गठन किया जा रहा है जो जांच करेगी। इधर, केंद्र सरकार ने राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों कि बैठक बुलाई है।

शनिवार को ही परासिया थाने में डॉक्टर प्रवीण सोनी और कोल्ड्रिफ सिरप बनाने वाली कंपनी sresun फार्मासूटिकल के संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी। इसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई को अंजाम देते हुए डॉक्टर प्रवीण सोनी को गिरफ्तार कर लिया। मामले में ड्रग्स एवं कॉस्मेटिक एक्ट की धारा 27(A), बीएनएस की धारा 105 और 276 के तहत केस दर्ज किया गया है।
केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रधान सचिवों और स्वास्थ्य सचिवों के साथ आज शाम में बैठक करने जा रही है। जिसमें दवाओं के गुणवत्ता को लेकर अहम फैसले लिए जा सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, रविवार शाम चार बजे केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रधान सचिवों, स्वास्थ्य सचिवों और औषधि नियंत्रकों के साथ कफ सिरप के तर्कसंगत उपयोग और दवाओं की गुणवत्ता पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठक करने वाले हैं।
मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में 32 दिनों में किडनी फेल होने से 11 मासूमों की मौत हो गई। 1 से 5 साल तक के इन बच्चों को सर्दी, खांसी और बुखार हुआ था। सभी बच्चे एक ही डॉक्टर के पास पहुंचे। डॉक्टर ने दवाई लिखी और मेडिकल संचालक पत्नी ने दवाई दी।बच्चों ने दवाई पी और बुखार उतर गया, खांसी ठीक हो गई, लेकिन दो दिन बाद पेशाब बंद हो गई। परिवारवालों ने छिंदवाड़ा से लेकर नागपुर तक इलाज करवाया, लेकिन उनकी जान नहीं बच पाई। आरोप है कि बच्चों की ऐसी हालत डॉक्टर की लिखी एक कफ सिरप से हुई, जिसे 4 साल से कम उम्र के बच्चों को नहीं देनी थी। मामले में सीएम डॉ. मोहन यादव ने छिंदवाड़ा में हुई 11 बच्चों की मौतों को दुखद बताते हुए 4-4 लाख की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
जानकारी में सामने आया है कि छिंदवाड़ा में हुई बच्चों की मौत मामले में ज्यादातर बच्चों को डॉक्टर प्रवीण सोनी ने ही ये कफ सिरप लिखी थी। परासिया सीएचसी के BMO अंकित सहलाम ने डॉक्टर प्रवीण सोनी के खिलाफ थाने में मामला दर्ज कराया था।
सिरप में 46.2% मिला डायएथिलीन ग्लाइकॉल
कप सिरप की जांच रिपोर्ट शनिवार रात को सामने आई। रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ। जांच में सामने आया है कि इस सिरप में खतरनाक जहरीला रसायन मौजूद था।कोल्ड्रिफ (Coldrif) सिरप में 46.2% डायएथिलीन ग्लाइकॉल (DEG) पाया गया। तमिलनाडु ड्रग्स कंट्रोल डिपार्टमेंट की लैब सिरप की जांच के बाद ये रिपोर्ट जारी की गई। डायएथिलीन ग्लाइकॉल (DEG) ऐसा जहरीला रसायन, जो आमतौर पर एंटी-फ्रीज और ब्रेक फ्लूइड में इस्तेमाल होता है, किडनी को पूरी तरह तबाह कर देता है। मध्यप्रदेश सरकार ने तत्काल प्रभाव से कोल्ड्रिफ सिरप और कंपनी की सभी दवाओं की बिक्री पर रोक लगा दी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 6 राज्यों में दवा फैक्ट्रियों की गहन छानबीन शुरू कर दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने छह राज्यों में 19 दवाओं जिनमें कफ सिरप और एंटीबायोटिक शामिल हैं, उनके उत्पादन इकाइयों पर जोखिम आधारित निरीक्षण शुरू कर दिया है।

Nextro-DS की रिपोर्ट आनी अभी बाकी
एसडीएम सौरभ कुमार यादव ने बताया कि स्थानीय प्रशासन ने एहतियातन सोमवार को ही Coldrif और एक अन्य कफ सिरप Nextro-DS की बिक्री पर रोक लगा दी थी। Coldrif की जांच रिपोर्ट शनिवार को आई, जबकि Nextro-DS की रिपोर्ट अभी आना बाकी है।
कैसे बनी मौत की वजह?
सितंबर में छिंदवाड़ा के परासिया और आसपास के इलाकों में बच्चे सर्दी-खांसी के इलाज के बाद गंभीर हालत में पहुंचने लगे। बुखार, उल्टी और पेशाब रुकने जैसे लक्षण दिखे। शुरुआत में 6 बच्चों की मौत हुई, जो बढ़कर 11 तक पहुंच गई। जांच में खुलासा हुआ कि डॉ. प्रवीण सोनी ने इन बच्चों को कोल्ड्रिफ सिरप प्रिस्क्राइब किया था। बायोप्सी और लैब टेस्ट में DEG की मौजूदगी ने सनसनी फैला दी। राजस्थान में भी इस सिरप से 1-2 बच्चों की मौत की खबरें सामने आई हैं।
कफ सिरप ने ली इन बच्चों की जान
नाम उम्र पता
दिव्यांश चंद्रवंशी 7 वर्ष डुड्डी
अदनान खान 5 वर्ष न्यूटन चिखली
हेतांश सोनी 5 वर्ष उमरेठ
उसैद 4 वर्ष परासिया
श्रेया यादव 18 माह परासिया
विकास यदुवंशी 4 वर्ष दीघावानी
योगिता विश्वकर्मा 5 वर्ष बोरिया
संध्या भोसोम सवा साल परासिया
चंचलेश यदुवंशी — गायगोहान
योजिता ढाकरे दो साल बडकुही
इनके अलावा चार अन्य बच्चों की भी मौत हुई है।
प्रवीण सोनी को किया निलंबित
मध्य प्रदेश सीएमओ ने बताया, “मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर छिंदवाड़ा जिले के परासिया में पदस्थ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रवीण सोनी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। शिशुओं के उपचार में लापरवाही बरतने के आरोप में उन्हें निलंबित किया गया है। निलंबन के बाद उन्हें क्षेत्रीय कार्यालय स्वास्थ्य सेवाएं, जबलपुर में अटैच कर दिया गया है।”





