MP: सौरभ शर्मा मामले में मंत्रालय के अफसरों के नाम भी आये सामने

भोपाल। परिवहन विभाग की काली कमाई के सूत्रधार सौरभ शर्मा पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का शिकंजा कसता जा रहा है। पहली बार ईडी की जांच में परिवहन मंत्रालय के अधिकारियों के नाम भी सामने आए हैं। जांच रिपोर्ट के अनुसार, ईडी ने सौरभ समेत 9 लोगों, 6 कंपनियों और एक ट्रस्ट को आरोपी बनाया है।
इन आरोपियों में चेतन सिंह गौर, शरद जायसवाल और उसकी मां कृष्णा जायसवाल को छोड़कर बाकी सौरभ के रिश्तेदार हैं। ईडी की टीमों द्वारा 27, 28 दिसंबर और 8 जनवरी को भोपाल, जबलपुर व ग्वालियर में की गई छापेमारी में 6 कंपनियों और एक ट्रस्ट में काली कमाई से किए गए भारी निवेश के पुख्ता सबूत मिले हैं।
सौरभ, उसकी मां उमा शर्मा, सास रेखा तिवारी, पत्नी दिव्या, चेतन सिंह गौर, शरद जायसवाल, उसकी मां कृष्णा जायसवाल, जबलपुर निवासी सौरभ के मौसेरे साले रोहित तिवारी, उसकी पत्नी अनुभा और इनके द्वारा चलाई जा रही कंपनियों के 55 बैंक खातों को ईडी ने फ्रीज कर दिया है।
55 खातों को फ्रीज किया
ईडी ने जिन 55 खातों को फ्रीज किया है। उनके ही माध्यम से परिवहन विभाग की काली कमाई को इधर से उधर किया गया। सौरभ के भोपाल और ग्वालियर स्थित आवास और कार्यालयों की छापेमारी में ईडी को मप्र परिवहन विभाग और मंत्रालय में पदस्थ अफसरों के दस्तावेज और सूची भी मिली है। इस आधार पर ईडी इन अधिकारियों से पूछताछ करेगी। जब्त संपत्ति, बैंक खातों के संबंध में आरोपियों से 11 मार्च तक जवाब तलब किया गया है।