MP: महाकाल लोक घोटाला मामले में लोकायुक्त की बड़ी कार्रवाई, उज्जैन स्मार्ट सिटी के अफसर को भेजा समन

भोपाल। महाकाल लोक कॉरिडोर प्रोजेक्ट घोटाला मामले में नव नियुक्त लोकायुक्त जस्टिस सत्येंद्र सिंह एक्शन में आ गए हैं। उन्होंने उज्जैन स्मार्ट सिटी के कार्यकारी निदेशक को पेश होने के लिए बुलाया है। अधिकारी को 27 मार्च को पेश होने के लिए कहा गया है। सूत्रों ने कहा कि कुछ अधिकारियों के ‘असहयोग’ के बाद जांच में रुकावट आ गई थी।

img 20240324 1534181727806184373932638

उज्जैन स्मार्ट सिटी के अधिकारियों ने लोकायुक्त के समक्ष महाकाल लोक परियोजना से संबंधित बिलों और कुछ दस्तावेजों की धुंधली प्रतियां जमा की थीं, जिससे जांच प्रक्रिया प्रभावित हो गई थी। कागजात ‘बहुत खराब गुणवत्ता’ वाले और पढ़ने योग्य नहीं थे, इसलिए अधिकारियों को उन्हें दोबारा जमा करने के लिए कहा गया। ऐसा पहली बार नहीं हुआ था।

इसी तरह के दस्तावेज पहले भी जांच अधिकारी के सामने पेश किए गए थे, जिसके बाद चेतावनी जारी की गई थी। लोकायुक्त की तकनीकी टीम ने भुगतान के बिलों के अलावा परियोजना की माप और अन्य विवरण भी मांगा था। सप्तऋषि मूर्तियों के ढहने सहित तीन अलग-अलग मामलों में चल रही जांच को जोड़ते हुए दूसरी शिकायत के संबंध में अधिकारियों को एक रिमाइंडर भेजा गया था।

316 करोड़ रुपये की लागत वाले महाकाल लोक कॉरिडोर के पहले चरण का उद्घाटन 11 अक्टूबर, 2023 को किया गया था। निर्माण में वित्तीय अनियमितताओं के संबंध में पहली शिकायत दर्ज होने के बाद, लोकायुक्त ने उज्जैन कलेक्टर और दो अन्य आईएएस अधिकारी सहित 15 लोगों को नोटिस जारी किया था। पूरा प्रोजेक्ट अनुमानित 850 करोड़ रुपये का है।

Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

Related Articles