MP : भोपाल के 90 डिग्री आरओबी के बाद इंदौर में बनाया Z ब्रिज! सवाल उठे तो सरकार ने दी सफाई

इंदौर। राजधानी भोपाल में 90 डिग्री मोड़ वाले रेलवे ओवरब्रिज (ROB) की तकनीकी खामियों को लेकर विवाद अभी थमा भी नहीं है कि इंदौर में निर्माणाधीन एक आरओबी के कथित गलत डिज़ाइन को लेकर एक नया विवाद खड़ा हो गया है. हालांकि, राज्य सरकार ने आरओबी में दोषपूर्ण डिजाइन के दावों को खारिज करते हुए कहा है कि इसका निर्माण निर्धारित मानकों के अनुसार किया जा रहा है.

इंदौर के लोकसभा सांसद शंकर लालवानी ने राज्य के लोक निर्माण मंत्री को पत्र लिखकर अधिकारियों को निर्माणाधीन आरओबी के डिज़ाइन में प्रस्तावित शार्प मोड़ को बदलने के निर्देश दिए हैं.लालवानी ने बुधवार को न्यूज एजेंसी को बताया कि जून में एक बैठक में उन्होंने सरकारी अधिकारियों से आरओबी के डिज़ाइन में बदलाव करके शार्प मोड़ की डिग्री कम करने के लिए कहा था.

लोक निर्माण विभाग (PWD) मंत्री राकेश सिंह ने कहा कि इंदौर के 1000 मीटर लंबे और 12 मीटर चौड़े आरओबी का डिज़ाइन लोक निर्माण विभाग और रेलवे के संयुक्त सर्वे के माध्यम से निर्धारित मानकों के अनुसार तैयार किया गया है.
राकेश सिंह ने कहा, “भारतीय सड़क कांग्रेस (IRC) के दिशानिर्देशों के अनुसार बनाए जा रहे इस आरओबी में कुल पांच मोड़ हैं. आईआरसी के मानकों के अनुसार, एक मोड़ की न्यूनतम त्रिज्या 15 मीटर होनी चाहिए, जबकि इस आरओबी के सभी मोड़ों की त्रिज्या करीब 20 मीटर है, जिससे यह डिजाइन और संरचना की दृष्टि से पूरी तरह संतुलित और सुरक्षित है.”

इस बीच, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने दावा किया है कि इंदौर में बन रहे आरओबी का आकार अंग्रेजी वर्णमाला के ‘Z’ अक्षर जैसा है. उन्होंने कहा, “इंदौर में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने इस आरओबी को नज़रअंदाज़ कर दिया है. दूसरा पहलू यह भी हो सकता है कि मामला इसके निर्माण में हुए भ्रष्टाचार में हिस्सेदारी के लिए कमीशन से जुड़ा हो.”
इंदौर के लक्ष्मीबाई नगर रेलवे स्टेशन के माल गोदाम के पास बन रहे आरओबी का एक हिस्सा शहर के पोलोग्राउंड औद्योगिक क्षेत्र तक जाएगा. औद्योगिक क्षेत्र के प्रतिनिधियों ने भी इस आरओबी पर आपत्ति जताई है.

Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

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