MP: इंदौर के आश्रम में दूषित पानी से हैजा फैला, बच्चों ने मौत से 3 दिन पहले की थी उल्टी-दस्त की शिकायत

इंदौर। इंदौर के पंचकुइयां में मानसिक दिव्यांग युग पुरुष धाम आश्रम के बीमार बच्चों की संख्या बढक़र 48 पर पहुंच गई है। मंगलवार देर रात तक चाचा नेहरू अस्पताल में 32 बच्चों को एडमिट किया गया था। इनमें से दो बच्चों को हैजा होने की पुष्टि हुई है। बच्चों की मौत और गंभीर रूप से बीमार होने के बाद आश्रम संचालक और यहां की व्यवस्था को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
आश्रम में 3 दिन में पांच बच्चों की मौत की उच्चस्तरीय जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। रेगुलर विजिट करने वाले डॉक्टर ने 27 जून को ही बच्चों को उल्टी, दस्त की समस्या बता दी थी। मिर्गी से एक मौत के अलावा, 30 जून की रात को एक और मौत हुई थी, जिसे प्रबंधन ने छिपा लिया।
इसका मतलब है कि यहां 5 नहीं, कुल 6 मौतें हुई हैं। इस मामले में अब जिला प्रशासन ने आश्रम प्रबंधन पर एफआईआर कराने की अनुशंसा कर दी है। प्रारंभिक तौर पर सचिव तुलसीराम शादीजा पर केस दर्ज किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, किसी भी मानसिक दिव्यांग आश्रम की नियमावली के अनुसार यहां व्यवस्थाएं नहीं हैं। प्राइमरी जांच में पानी और भोजन में गड़बड़ी सामने आई है। इसी कारण बच्चों की तबीयत खराब हुई।
डॉक्टर बोले- दूषित भोजन और खराब पानी से बीमार हुए बच्चे
बुधवार को मिली जांच रिपोर्ट में पांच बच्चों की मौत की वजह हैजा (कालरा) बताई गई है। हैजा आमतौर पर दूषित भोजन और पानी से होता है। कुछ बच्चों में एनीमिया भी पाया गया। जांच टीम ने माना कि आश्रम में मिस-मैनेजमेंट है। कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा, इतनी बड़ी घटना को छुपाना गलत है। समय पर सूचना मिलती तो अन्य बच्चे परेशान न होते। सचिव पर एफआईआर करवाई जाएगी।
बुधवार दोपहर तक 15 बच्चों की ब्लड रिपोर्ट मिली। पांच-छह बच्चों में एनीमिया मिला है, बाकी सभी में क्रिएटिनिन का स्तर बढ़ा हुआ था। शिशु रोग विशेषज्ञों के अनुसार डिहाइड्रेशन के मामलों में किडनी पर असर पड़ता है, जिससे क्रिएटिनिन बढ़ा हुआ आता है। बच्चे दूषित भोजन और खराब पानी पीने के कारण ही बीमार हुए हैं। आश्रम में पानी और खाने की व्यवस्था अब बाहरी एजेंसी से करवाई गई है।

Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

Related Articles