घर में सुख-शांति और ग्रह दोष से मुक्ति के लिए घर के मुख्य द्वार पर बनाएं स्वास्तिक, जानिए शुभ नियम
जब आप किसी कार्य को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं, फिर भी पूर्णता या सफलता प्राप्त नहीं कर पाते हैं, तो इसका कारण ग्रह दोष हो सकता है। ग्रहों का संयोजन आपके सुखी जीवन को बाधित कर सकता है और जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं को प्रभावित कर सकता है।
स्वास्तिक बनाने ग्रह दोष से मुक्ति
ग्रह दोष से मुक्ति पाने के लिए अनेक उपाय किए जाते हैं, जिनमें से एक है स्वास्तिक चिह्न बनाना। घर के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक बनाने से अनेक लाभ मिलते हैं, जैसे:
- घर में बरकत: स्वास्तिक घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश द्वार खोलता है, जिससे घर में सुख-समृद्धि और बरकत आती है।
- नकारात्मक ऊर्जा का नाश: स्वास्तिक नकारात्मक ऊर्जा को दूर रखता है और घर में सकारात्मकता का वातावरण बनाता है।
- ग्रह दोष से मुक्ति: स्वास्तिक ग्रह दोषों को दूर करने में सहायक होता है और ग्रहों की अनुकूल स्थिति बनाता है।
स्वास्तिक बनाने के नियम
स्वास्तिक बनाने के कुछ नियमों का पालन करना आवश्यक होता है, जिनमें शामिल हैं:
- स्वास्तिक हमेशा सीधा बनाएं: तिरछे या उल्टे स्वास्तिक को न बनायें।
- पवित्र स्थान: स्वास्तिक निर्माण का स्थान स्वच्छ और पवित्र होना चाहिए।
- मुख्य द्वार: स्वास्तिक का निर्माण घर के मुख्य द्वार पर ही करें।
- रंग: स्वास्तिक के लिए लाल, पीले, केसरिया या हल्दी रंग का प्रयोग करें। अन्य रंगों का प्रयोग न करें।
- कामना के अनुसार रंग:
- वैवाहिक जीवन में सुख-समृद्धि के लिए हल्दी से स्वास्तिक बनाएं।
- अन्य मनोकामनाओं के लिए कुमकुम से स्वास्तिक बनाएं।
- चंदन का स्वास्तिक: चंदन से बना स्वास्तिक अत्यधिक शुभ माना जाता है।
- लाल चंदन – मंगल ग्रह को मजबूत करता है।
- पीला चंदन – गुरु ग्रह को मजबूत करता है।
- ग्रह दोष निवारण: कुंडली में राहु के प्रभाव को कम करने और ग्रह दोषों को दूर करने के लिए चंदन के स्वास्तिक का निर्माण करें।