एमपी बोर्ड के पर्चे लीक ? ... कांग्रेस ने की तत्काल जांच की मांग...

भोपाल। इस बार एमपी बोर्ड की परीक्षाएं स्टूडेंट्स के लिए मजाक बन गई हैं। 10वीं-12वीं के पर्चे परीक्षा से 50 मिनट पहले लीक हो रहे हैं। साथ ही 299 रुपए में ऑनलाइन बिक भी रहे हैं। इस मामले को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। 

  आज ही जानकारी सामने  आई कि 1 मार्च को हुआ 10वीं का हिंदी का सोमवार रात 11 बजे से टेलीग्राम पर बने 10 से ज्यादा ग्रुप्स पर मंगलवार सुबह 9 बजे होने वाले संस्कृत के पेपर दिलाने का दावा किया गया। टेलीग्राम ग्रुप MP Board Official सहित अन्य सभी ग्रुप में पेपर लेने वालों से 299 रुपए का ऑनलाइन पेमेंट कराने के लिए फोन पे और भारत पे का QR कोड सर्कुलेट किया गया। स्क्रीन शॉट भेजने पर प्राइवेट ग्रुप के माध्यम से पेपर उपलब्ध कराने की बात कही गई। ऐसे में लोग ग्रुप में तेजी से जुड़ते जा रहे थे। रात 11:05 बजे तक संस्कृत का पहला पन्ना ग्रुप पर डाला जा चुका था, लेकिन पूरे प्रश्नों वाले पेज सिर्फ ऑनलाइन पेमेंट करने वालों को ही प्राइवेट ग्रुप के जरिए उपलब्ध कराए गए। सुबह 8:16 तक तो सभी ग्रुप्स में संस्कृत का पेपर तेजी से वायरल हो रहा था बच्चों के हाथ में एक दिन पहले ही पहुंच चुका था। वहीं, 11 मार्च को हुआ 10वीं गणित का पेपर परीक्षा से 21 मिनट पहले लीक कर दिया गया।
सोमवार रात 11 बजे से टेलीग्राम पर बने 10 से ज्यादा ग्रुप्स पर मंगलवार सुबह 9 बजे होने वाले संस्कृत के पेपर दिलाने का दावा किया गया। टेलीग्राम ग्रुप MP Board Official सहित अन्य सभी ग्रुप में पेपर लेने वालों से 299 रुपए का ऑनलाइन पेमेंट कराने के लिए फोन पे और भारत पे का QR कोड सर्कुलेट किया गया। स्क्रीन शॉट भेजने पर प्राइवेट ग्रुप के माध्यम से पेपर उपलब्ध कराने की बात कही गई। ऐसे में लोग ग्रुप में तेजी से जुड़ते जा रहे थे। रात 11:05 बजे तक संस्कृत का पहला पन्ना ग्रुप पर डाला जा चुका था, लेकिन पूरे प्रश्नों वाले पेज सिर्फ ऑनलाइन पेमेंट करने वालों को ही प्राइवेट ग्रुप के जरिए उपलब्ध कराए गए। सुबह 8:16 तक तो सभी ग्रुप्स में संस्कृत का पेपर तेजी से वायरल हो रहा था।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने आज ट्विटर के माध्यम से कहा कि प्रदेश में एमपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा के प्रश्नपत्र परीक्षा से पहले ही लीक हो जाने का समाचार प्रकाश में आया है। यह अत्यंत गंभीर मामला है और लाखों क्षात्रों का भविष्य इससे जुड़ा है।
पहले ही व्यापम और नर्सिंग जैसे घोटालों से प्रदेश की परीक्षा प्रणाली संदिग्ध हो गई है, ऐसे में बोर्ड परीक्षा का पेपर भी लीक हो जाना चिंता का विषय है।मैं मुख्यमंत्री से आग्रह करता हूँ कि मामले की उच्चस्तरीय निष्पक्ष जाँच कराएँ और ऊँचे पदों पर बैठे वास्तविक ज़िम्मेदार लोगों को दंडित करें।

0/Post a Comment/Comments