शुक्रवार को स्व. माधवराव सिंधिया की 78वीं जयंती थी। इस उपलक्ष्य में केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कटोराताल स्थित सिंधिया छत्री पर भजन संध्या का कार्यक्रम रखा था। जिसमें प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान, प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा के अलावा एक दर्जन प्रदेश सरकार के मंत्री व पूर्व मंत्री ने शिरकत की थी। इनमें सिंधिया समर्थक मंत्री प्रभुराम चौधरी भी शामिल थे। भजन संध्या में शामिल होने के बाद जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रवाना हुए तो उनके कुछ देर बाद मंत्री प्रभुराम चौधरी भी जाने को हुए। वह भजन संध्या के गेट पर पहुंचे जहां उन्होंने अपने जूते उतारे थे तो जूते ही नहीं मिले। छत्री परिसर से मंत्री प्रभु राम चौधरी के जूते गायब थे। इस पर वहां हंगामा खड़ा हो गया। मंत्रीजी और उनका स्टाफ आधे घंटे तक जूते तलाशते रहे, लेकिन जूते कहीं नहीं मिले। पुलिस ने भी जूतों की खोजबीन की, लेकिन नहीं सफलता मिल सकी। पता नहीं जूते आसमान खा गया या जमीन निगल गई। हैरतअंगेज इस घटना से सभी हैरान और परेशान हो गए कि आखिर मंत्रीजी का जूता गया तो गया कहां।
इस घटना से मंत्री हताश और परेशान दिखे। उनके चेहरे की रौनक उड़ गई थी। सिर्फ मोजे पहने ही इधर-उधर चलते रहे और अपने जूते की तलाश करते रहे। कड़ी मशक्कत के बावजूद जूते नहीं मिले तो मंत्री जी नंगे पैर ही कार्यक्रम से जाने लगे, तब एक कार्यकर्ता ने मंत्रीजी को दूसरे जूते लाकर दिए। जिसके बाद मंत्री प्रभुराम चौधरी जूते पहनकर रवाना हो गए।
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