नरोत्तम और शिवराज की लड़ाई में मुझ पर कार्रवाई हुई: जीतू पटवारी

भोपाल।कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने कहा है कि  नरोत्तम और शिवराज की लड़ाई में मुझ पर कार्रवाई हुई है। हमारे अध्यक्ष जो संविधान की शपथ और धर्म नहीं निभा रहे हैं। उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव कमलनाथ जी के निर्देश पर कांग्रेस पार्टी लाई है। वो चर्चा से भागे हैं। किताबें फेंक कर भाग गए। क्योंकि चोरी करने वाला कभी मुंह नहीं दिखाता, मुंह छिपाकर भागता है। 13 मार्च को हिसाब देना पड़ेगा। इस दिन के कार्यक्रम का निर्णय नेता प्रतिपक्ष, कमलनाथ जी और कांग्रेस पार्टी फैसला करेगी।
पटवारी ने कहा- नरोत्तम मिश्रा इस तरह की बातें कर रहे हैं। झगड़ा तो शिवराज सिंह और नरोत्तम मिश्रा के बीच में है। ये लड़ाई शिवराज जी के खिलाफ नरोत्तम मिश्रा ने छेड़ी है। हमारा रोल तो जनता के लिए है। जो बातें नरोत्तम मिश्रा बोलते हैं, इसका मतलब है कि वो शिवराज जी को क्रिटिसाइज करते हैं। ये उनकी आपसी लड़ाई में सदन का दुरुपयोग हो रहा है। उनकी आपसी लड़ाई में मेरा निलंबन हुआ है। बीजेपी की आपसी लड़ाई दूसरे के माथे फोड़ रहे हैं। आपस में सभी डाकू लड़ रहे हैं।

निलंबन पर सवाल उठाते हुए जीतू पटवारी ने कहा- मैंने जो बोला, वही लिखकर दिया है। वही प्रश्नों में भी है। उन्हीं बातों पर मैं अब भी कायम हूं। अगर कोई गलती होती, तो कल ही खेद व्यक्त कर देता। मैंने जो कहा, वो संविधान के अनुरूप, पार्टी के अनुरूप कहा। संयमित भाषा में सही शब्दों में कहा। कोई गलती नहीं की।

नरोत्तम मिश्रा और शिवराज जी के झगड़े का खामियाजा प्रदेश भुगत रहा है। अध्यक्ष जी उसका मोहरा बन रहे हैं। अध्यक्ष जी ने जो किया, वो अलोकतांत्रिक तरीके से नियम विरुद्ध ढंग से किया। पार्टी का निर्णय मेरा निर्णय है। कमलनाथ जी, नेता प्रतिपक्ष और पार्टी जो निर्णय करेगी, मैं उसे मानूंगा।जीतू पटवारी ने विधानसभा में हुई बहस का वीडियो शुक्रवार को जारी किया। इसमें पटवारी कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री जी आपने 2016, 2019 में, एक लाख बार कहा कि किसानों की आय दोगुनी करेंगे। मैंने 10 बार पूछा, राज्यपाल के अभिभाषण की बात है। 2016 के अभिभाषण में कहा- किसानों की आय दोगुनी करनी है। 2018 के अभिभाषण में कहा, शेरपुर सीहोर में प्रधानमंत्री को लेकर आए। वहां कहा कि किसानों की आय दोगुनी करनी है। मुझसे कहा कि जानकारी एकत्रित कर रहे हैं, आंकड़े एकत्रित कर रहे हैं। इस पर हर्ष विजय गहलोत के सवाल के जवाब में कहा कि हमने ऐसा कभी भी नहीं कहा। मंत्री जी दोनों प्रश्नों का उत्तर दिखवा लीजिए, जो सरकार ने दिए थे। एक सरकार के दो- दो तरह के जवाब हैं। ये सरकार है कि सर्कस।

पटवारी आगे कहते हैं...दूध में किसानों की आय बढ़ी नहीं, बल्कि घटी है। लागत बढ़ी है। नतीजा, प्रदेश में दूध का उत्पादन घटा है। पिछले 15 साल से सरकार कह रही है कि हम किसानों की आय दोगुनी करेंगे, लेकिन किसानों की आय घटी है। खेती के लिए फ़र्टिलाइज़र और उपयोग में लाए जाने वाले संसाधनों की कीमतें बढ़ी हैं।

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