झारखंड में जारी सियासी संकट के बीच गुरुवार को सोरेन कैबिनेट की बैठक हुई। जिसमें 5 सितंबर को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने का फैसला किया गया। बाद में सरकार की ओर से बताया गया कि एक दिन का मानसून सत्र छूट गया था जिसे 5 सितंबर को बुलाया गया है। माना जा रहा है कि इसके जरिए सोरेन सरकार दिल्ली की केजरीवाल सरकार की तरह खुद ही विधानसभा में विश्वास मत पारित कर सकती है।
वहीं दूसरी ओर रायपुर के मेफेयर रिसॉर्ट में रुके झारखंड के विधायक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। इसमें कांग्रेस के दो और जेएमएम के 2 विधायक के साथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर भी हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में जेएमएम से स्टीफन मरांडी और सुदिव्य सोनू तथा कांग्रेस से दीपिका पांडेय और भूषण बाडा मौजूद हैं।
कांग्रेस की विधायक दीपिका पांडेय ने कहा कि उनकी सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की जा रही है। अपने घर में चोरी की डर से सभी विधायक यहां रह रहे हैं। संख्या होने के बाद भी हमारी सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की जा रही है। आज हम अपनी जनता के खुशियों और तकलीफ में शामिल नहीं हो पा रहे हैं। सरकारी पैसे से मेफेयर रिसॉर्ट में रहने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वे अपनी कुव्वत से यहां रह रहे हैं। न ही वो झारखंड सरकार और न ही छत्तीसगढ़ सरकार के पैसे से यहां रह रहे हैं।
JMM के विधायक सुदिव्य सोनू ने कहा कि केंद्र सरकार के सौतेले रवैए के बावजूद हम काम कर रहे हैं। हेल्थ से जुड़े मुद्दों पर केंद्र का सौतेला व्यवहार देखने को मिल रहा। राज्य की खुशहाली के लिए जो काम किए जाते हैं वो आज हो रहा है। सीएम असाध्य रोग स्कीम में हमने बदलाव किए हैं।
बता दें, कैबिनेट मीटिंग में ओल्ड पेंशन स्कीम लागू करने को मंजूरी दी गई है। ये आज से ही लागू होगी। बैठक में कुल 25 प्रस्तावों को स्वीकृति मिली है।
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