ओटावा।भारतवंशी अनीता ने गीता की पवित्र पुस्तक पर हाथ रखकर कनाडा की नई विदेश मंत्री के तौर पर शपथ ली। उनके इस फैसले की सोशल मीडिया पर काफी तारीफ हो रही है।
कनाडा (Canada) में कुछ दिन पहले हुए चुनाव में मार्क कार्नी (Mark Carney) की लिबरल पार्टी को जीत मिली है। इस जीत के साथ कार्नी एक बार फिर कनाडाई पीएम बन गए हैं। कनाडा में हुए चुनाव में भारतवंशी उम्मीदवारों ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया। इस बार के चुनाव में 22 भारतवंशी उम्मीदवारों को जीत हासिल हुई, जिनमें लिबरल पार्टी की अनीता आनंद (Anita Anand) भी शामिल हैं। अनीता ने ओकविल ईस्ट सीट से जीत हासिल की। इस जीत के बाद अब अनीता को कार्नी के कैबिनेट में बड़ी ज़िम्मेदारी दी गई है।
अनीता को कनाडा की नई विदेश मंत्री बनाया गया है। अनीता ने कनाडा की नई विदेश मंत्री बनने पर सोशल मीडिया पर लिखा, “मुझे कनाडा के विदेश मंत्री के रूप में नियुक्त किया जाना सम्मान की बात है। मैं कनाडा के लोगों के लिए एक सुरक्षित, निष्पक्ष दुनिया बनाने और उन्हें बेहतर सेवाएं देने के लिए प्रधानमंत्री मार्क कार्नी और हमारी टीम के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हूं।
कौन हैं अनीता?
57 वर्षीय अनीता का जन्म 20 मई, 1967 को कनाडा के नोवा स्कॉटिया प्रांत के केंटविल में हुआ था। उनके पिता का नाम सुंदरम विवेक आनंद और माता का नाम सरोज दौलत राम था, जिनकी अब मौत हो चुकी है। अनीता के पिता तमिलनाडु से थे और माता पंजाब से और दोनों ही डॉक्टर थे। राजनीति में आने से पहले अनीता पेशे से वकील और प्रोफेसर रह चुकी हैं। अनीता 2019 में पहली बार ओकविल से लिबरल पार्टी की तरफ से सांसद बनी थी। ट्रूडो सरकार में अनीता ने पब्लिक सर्विस, खरीद मंत्रालय और राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय की ज़िम्मेदारी संभालने के साथ ही ट्रेजरी बोर्ड की अध्यक्षता भी की है। 2024 से इस साल हुए चुनाव तक अनीता परिवहन मंत्रालय और आंतरिक व्यापर मंत्रालय संभाल रही थीं और अब कार्नी सरकार में वह विदेश मंत्रालय की ज़िम्मेदारी संभालेंगी।