MP : राज्य के आईएएस अफसरों ने दिया संपत्ति का ब्यौरा, चौंक जायेंगे आप…!

भोपाल। अपर मुख्य सचिव मनु श्रीवास्तव प्रॉपर्टी के मामले में मध्यप्रदेश के सभी आईएएस अफसरों में टॉप पर हैं। उनके नाम सबसे ज्यादा 19.50 करोड़ रुपए मूल्य की प्रॉपर्टी है। वहीं, कलेक्टरों में टीकमगढ़ कलेक्टर विवेक श्रोत्रिय अव्वल हैं। उनके पास 6.20 करोड़ करोड़ की प्रॉपर्टी है। प्रदेश के 231 आईएएस अफसरों के पास खेती की जमीन है, जबकि 100 आईएएस अफसर ऐसे हैं जिनके पास न खुद का मकान है न प्लाॅट।

केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्त विवेक अग्रवाल के पास 65 एकड़ कृषि भूमि के साथ दो मकान, एक फ्लैट और व्यावसायिक संपत्तियां हैं, जिससे उन्हें सालाना करीब 70 लाख रुपए की आय होती है। इसी तरह, मनीष सिंह के पास 102 एकड़ भूमि है, जो उन्होंने संयुक्त हिंदू परिवार (एचयूएफ) के तहत घोषित की है। उन्होंने अपनी संपत्तियों में टॉकीज और होटल जैसी व्यावसायिक संपत्तियों का भी उल्लेख किया है, जो उनके आय स्रोतों की विविधता को दर्शाता है।

• वित्तीय वर्ष के अंत में जमा किए गए विवरण बताते हैं कि मध्यप्रदेश कैडर के कई आईएएस अफसरों की प्रॉपर्टी से ही लाखों की सालाना कमाई हो रही है। सामान्य प्रशासन विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय दुबे को संपत्ति से 40 लाख रूपए, जबकि वन विभाग के एसीएस अशोक वर्णवाल को 25 लाख रुपए सालाना आय होती है।
इसके अलावा ऊर्जा विभाग के अपर मुख्य सचिव नीरज मंडलोई को उनकी संपत्तियों से हर साल लगभग 3.5 लाख रुपए की आय होती है। वहीं, खेल और युवा कल्याण विभाग के एसीएस मनु श्रीवास्तव को संपत्ति से 6 लाख रुपए की सालाना आमदनी होती है। उच्च शिक्षा विभाग के एसीएस अनुपम राजन की संपत्तियों से उन्हें करीब 5 लाख रुपए प्रति वर्ष का लाभ होता है।स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव संदीप यादव को उनकी प्रॉपर्टी से 90 हजार रूपए की वार्षिक आय प्राप्त होती है।

कई वरिष्ठ अफसरों के नाम पर नहीं दर्ज कोई संपत्ति

जहां कुछ आईएएस अफसरों ने अपनी संपत्तियों से जुड़ी आय का स्पष्ट ब्यौरा दिया है, वहीं कुछ वरिष्ठ अधिकारियों के नाम पर किसी भी प्रकार की संपत्ति दर्ज नहीं है। 1992 बैच के पंकज अग्रवाल, 1994 बैच की रश्मि अरुण शमी और मनीष रस्तोगी, तथा 1995 बैच के सचिन सिन्हा के नाम पर किसी प्रकार की अचल संपत्ति का उल्लेख नहीं किया गया है।
यह जानकारी उन अधिकारियों की ओर से दिए गए वार्षिक संपत्ति विवरण के आधार पर सामने आई है, जिन्हें हर साल अनिवार्य रूप से सरकार को अपनी अचल संपत्तियों का विवरण देना होता है।

भोपाल बनी आईएएस अफसरों की पसंदीदा निवेश जगह

मध्यप्रदेश कैडर के 1994 बैच सहित कई वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों की संपत्ति का ब्यौरा सामने आया है, जिसमें यह साफ देखा जा सकता है कि अधिकांश अधिकारियों ने भोपाल में जमीन या फ्लैट में निवेश किया है। यहां न केवल वे रहते हैं बल्कि शहर को निवेश के दृष्टिकोण से भी प्राथमिकता दी जा रही है।

संजय कुमार शुक्ला के पास कई राज्यों में संपत्ति
नगरीय विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार शुक्ला के पास देश के कई हिस्सों में संपत्तियां हैं। उनके नाम झारखंड के कोडरमा में 2178 वर्ग फीट कृषि भूमि, नोएडा की ईको सिटी में एक फ्लैट, मध्यप्रदेश के सीहोर जिले के डेहरिया खुर्द में 0.06 हेक्टेयर कृषि भूमि और भोपाल के अहमदपुरकला में 0.075 हेक्टेयर तथा प्रेमपुरा में 1001.05 वर्ग मीटर जमीन है।

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