MP : ओंकारेश्वर में बंद, भूख और आंदोलन ने सरकार से ममलेश्वर लोक का फैसला पलटवा दिया

ओंकारेश्वर। ओम्कारेश्वर में कई दिनों से जारी बंद, भूख हड़ताल और स्थानीय लोगों के डर तथा विरोध ने आखिरकार सरकार को झुकने पर मजबूर कर दिया। ममलेश्वर लोक प्रोजेक्ट को लेकर उठे जन आक्रोश ने इतना जोर पकड़ा कि प्रशासन को फैसले पर पुनर्विचार कर अंततः प्रोजेक्ट रद्द करना पड़ा। दिलचस्प बात यह है कि पूरा मामला एक वायरल वीडियो के बाद बिगड़ा, जिसने साधु-संतों और स्थानीय समुदाय की नाराज़गी को आंदोलन का रूप दे दिया।
बता दें कि मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 9 महीने पहले ओंकारेश्वर में 120 करोड़ रुपए के ममलेश्वर लोक प्रोजेक्ट की घोषणा की थी। इसका बजट भी मंजूर हो गया था, लेकिन पर्यटन विभाग की ओर से जारी एक वीडियों ने लोगों का गुस्सा भड़का दिया। इसके बाद तीन दिनों तक ओंकारेश्वर बंद रहा।
लोगों का कहना था कि इस प्रोजेक्ट के चलते 8 एकड़ जमीन पर बने 400 से ज्यादा मकान, दुकानें, होटल और आश्रम उजड़ जाएंगे। आरोप है कि अधिकारी जमीनी हकीकत से अनजान हैं और भोपाल में बैठकर योजनाएं बना रहे हैं।
सिंहस्थ तक इस प्रोजेक्ट को पूरा किया जाना था, लेकिन विरोध के कारण दो दिन तक लॉकडाउन जैसे हालात बन गए, जिससे भक्तों को नर्मदा जल से प्यास बुझानी पड़ी। स्थानीय लोगों और संत समाज की नाराजगी के बाद प्रशासन को प्रोजेक्ट रोकने पर मजबूर होना पड़ा।

Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

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