MP: 80 शिकायतें लंबित होने के बाद भी पटवारी को दो हलकों का प्रभार दिया, भिंड का मामला, प्रभारी मंत्री और राजस्व मंत्री को शिकायत

भिण्ड। भिण्ड जिले में भ्रष्टाचार के आरोपी पटवारी को एक अतिरिक्त हलके का प्रभार दे दिया गया है। उक्त पटवारी सुबोध सिंह भदौरिया के खिलाफ शहर हलके में पदस्थ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं और इस संबंध में अस्सी से ज्यादा शिकायतें लंबित हैं। इस संबंध में प्रभारी मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल तथा राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा को शिकायत की गई है।
शिकायत में कहा गया है कि पटवारी सुबोध सिंह भदौरिया पूर्व में तीन चार वर्ष पूर्व शहर भिण्ड में पदस्थ रहे हैं, तब भी इनके द्वारा काफी भ्रष्टाचार कर आमजनता को परेशान किया गया था। शिकायतें होने पर इनका स्थानान्तरण कर दिया गया था, किन्तु एक बार पुन: इनकी पदस्थापना हलका विक्रमपुरा पर कर दी गई एवं यह जिस हल्के में निवास करते हैं उस हल्के का भी प्रभार सुबोध सिंह को दे दिया गया।
पटवारी सुबोध सिंह की मूल पदस्थापना तहसील मेंहगांव होकर इनका वेतन मेंहगांव से ही आहरित किया जा रहा है, जबकि इनसे कार्य तहसील भिण्ड के शहर में कार्य लिया जा रहा है। जो कि नियम विरूद्ध किया गया है और इनको खुली लूट की छूट दे रखी है। उक्त पटवारी के खिलाफ सीएम हेल्पलाइन पर पैसे मांगे जाने एवं आदेशों का पालन न करने की 80 से ज्यादा शिकायतें की जा चुकी हैं, किन्तु इनकी अवैद्य कमाई में बंटवारा होने से इनके विरूद्ध कोई कार्यवाही नहीं की जाकर लूटने की खुली छूट दी गई है।
पटवारी सुबोध सिंह भदौरिया ने कार्य करने एवं अवैध वसूली के लिए प्रायवेट लडकों को रखा गया है, और उन लडकों द्वारा ही पैसे की बसूली की जाती है। इनके द्वारा कार्यालय को अपने निजी निवास पर ही संचालित किया जा रहा है।
प्रभारी पटवारी को अतिरिक्त रूप से 1000 का भुगतान किया जाता है, यह लाभ भी सुबोध सिंह को दिया जा रहा है।
शिकायत में कहा गया है कि तहसील भिण्ड में पॉच पटवारियों को अनुलग्न किया गया है जबकि कई हल्के रिक्त हैं और इन अटैच पटवारियों का वेतन रिक्त हल्कों से आहरित हो रहा है। अधीक्षक भू-अभिलेख भिण्ड द्वारा अपने चहेते पटवारियों को कार्यालय में अटैच कर रखा है जबकि उनकी पदस्थापना तहसील लहार, मिहोना, भिण्ड है और इन अटैच पटवारियों के हल्कों का प्रभार अन्य को दिया जाकर उनको अतिरिक्त राशि 1000 प्रति हल्का के मान से भुगतान किया जाकर वित्तीय अनियमितता की जा रही है। शिकायत में कहा गया है कि कलेक्टर द्वारा शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है, इसलिए भ्रष्टाचार के खिलाफ तत्काल उचित कार्रवाई की जाए।


