MP : समिति प्रबंधक पर 2 करोड़ 92 लाख रुपए का गबन सिद्ध, वसूली के आदेश,जिला पंचायत अध्यक्ष का पति है आरोपी

बड़ामलहरा। डिकोली समिति प्रबंधक रहते हुए हरिओम अग्निहोत्री जो वर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती विद्या देवी अग्निहोत्री के पति हैं समिति अंतर्गत पांच सौ सड़सठ किसानों की ब्याज माफी योजना के 292.54 लाख रुपए की राशि का घोटाला किया था जिसकी जांच संयुक्त आयुक्त सहकारिता संभाग सागर से कराई गई जिसमें घोटाला होने और किसानों की राशि डकारने की बात सिद्ध हो गई।अब देखना यह है जिला प्रशासन कब दोषी व्यक्ति पर एफआईआर करवा कर गबन की राशि शासकीय खाते में जमा करवा पाता है। उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश शासन सहकारिता विभाग भोपाल के अपर मुख्य सचिव अशोक वर्णवाल द्वारा कलेक्टर छतरपुर को दिनांक 15/05/2025 को पत्र क्रमांक 16/1/14/005/2025/E519772 पत्र जारी किया है जिसमें उल्लेख किया गया है कि पैक्स समिति डिकोली के समिति प्रबंधक द्वारा अपने चहेतों के नाम पर केसीसी घोटाला किया गया इस आशय की शिकायत की जांच संयुक्त आयुक्त सहकारिता संभाग सागर से कराई गई जिसमें पाया गया कि मुख्यमंत्री ब्याज माफी योजना 2023 के तहत 567 किसानों की राशि 292.54 लाख अपात्र पाई गई।साथ ही इस पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि गबन की गई यह राशि समिति प्रबंधक से वसूल कर शासकीय खाते में जमा कराना सुनिश्चित किया जाए।

भ्रष्टाचार के आगे नियम कानून उड़ गए हवा में

डिकोली समिति प्रबंधक द्वारा नियम कानून कायदे किनारे रखकर बड़े पैमाने पर केसीसी घोटाला किया गया तथा ऐसे लोगों के केसीसी बना डाले जिनका डिकोली सेवा सहकारी समिति से दूर तक लेना देना नहीं है। वहीं अपने परिवार के सदस्यों के नाम तय लिमिट से दस गुना अधिक राशि के केसीसी बना डाले तथा राशि निकाल ली । गौरतलब यह है साधारण किसान को केसीसी बनबाने के लिए महिनों का समय दस्तावेज इकठ्ठा करने में लग जाता है तब कहीं तय लिमिट से कम का किसान क्रेडिट कार्ड बन पाता है किन्तु यहां मामला उल्टा है समिति प्रबंधक रहते हुए हरिओम अग्निहोत्री ने अपनी पत्नी विद्या देवी अग्निहोत्री जो वर्तमान में जिला पंचायत अध्यक्ष हैं के केसीसी खाता क्रमांक 152001483934 डिकौली समिति का केसीसी खाता क्रमांक – 152002401529 से दिनांक -29/07/2017-को तीन लाख रुपए,30/07/17 को तीन लाख रुपए,04/08/17 को तीन लाख रुपए कुल नौ लाख रुपए निकाले यह ऋण राशि जमा नहीं की गई इसके बाद भी दिनांक 12/09/2017 छह लाख रुपए और विद्या देवी अग्निहोत्री को दे दिए गये इस प्रकार कुल पंद्रह लाख रुपए केसीसी के नाम पर अपनी पत्नी विद्या देवी अग्निहोत्री को दे दिए जबकि शासन के नियमानुसार सहकारी समितियों में एक वित्तीय वर्ष में एक किसान को ढेड़ लाख रुपए की राशि देने की पात्रता है जबकि विद्या देवी अग्निहोत्री को दी गई यह राशि पात्रता राशि से दस गुना अधिक है जो स्पष्ट रूप से भ्रष्टाचार की श्रेणी में आता है ।

हरिओम अग्निहोत्री यही नहीं रूके उन्होंने अपने पुत्र रविकांत अग्निहोत्री के केसीसी खाता क्रमांक – 152001483741 में डिकौली सेवा सहकारी समिति के खाता क्रमांक– 152002401529 से रविकांत अग्निहोत्री के खाते में दिनांक 29/07/2017 को तीन लाख रुपए,30/07/2017 को तीन लाख,04/08/2017 को तीन लाख कुल बाहर लाख की राशि तथा 12/09/2017 को तीन लाख,30/09/2017 को तीन लाख इस प्रकार कुल अट्ठारह लाख रुपए की राशि गबन की। वहां अपने भाई श्री ओम अग्निहोत्री के केसीसी खाता क्रमांक- — 152001483810 में समिति के खाते से दिनांक — 29/07/2017 को तीन लाख,30/07/2017 को तीन लाख,04/08/2017 को तीन लाख तथा रवि सीजन में दिनांक — 16/10/2017 को तीन लाख रुपए नगद,19/12/2017 को 33702 खाद की राशि ट्रांसफर की इस तरह शिव ओम अग्निहोत्री के नाम पर भी पंद्रह लाख रुपए का गबन किया गया।इसी प्रकार प्रबंधक अग्निहोत्री द्वारा अपनी बहू ममता देवी अग्निहोत्री के केसीसी खाता क्रमांक– 152001467605 में दिनांक 29/07/2017 को तीन लाख रुपए,30/07/2017 को तीन लाख रुपए, एवं दिनांक –12/09/2017 को छह लाख रुपए डाले और राशि का गबन किया तथा अपने परिजन मन्नू लाल अग्निहोत्री के केसीसी खाता क्रमांक –152001482748 में दिनांक — 29/07/2017 को तीन लाख रुपए, 30/ 07/20 17 को तीन लाख रुपए, 04/08/2017 को तीन लाख रुपए तथा 12/09/2017 को पुनः छः लाख रुपए डाले और गबन किया।इस तरह अपने ही परिवार के पांच सदस्यों के नाम पर एक करोड़ से अधिक की राशि निकाल कर हड़प कर ली गई।

हरिओम का एक और कारनामा

सेवा सहकारी समितियों के नियमानुसार वह अपनी समिति अंतर्गत आने वाले किसानों को ही खाद, बीज तथा नगद राशि के लिए किसान क्रेडिट कार्ड बना सकती। जिसकी कृषि भूमि उक्त समिति अंतर्गत गांवो में होती है किन्तु भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा और इन किसानों का हक डकारने वालों की निडरता देखिए कि चंदला निवासी प्रियंका अग्रवाल के नाम केसीसी खाता क्रमांक — 152002636028– में दिनांक –17/07/2017 को तीन लाख रुपए,07/11/2017 को तीन लाख रुपए की राशि कुल छः लाख रुपए की राशि निकाल कर हड़प कर ली गई जबकि प्रियंका अग्रवाल चंदला निवासी हैं डिकौली सेवा सहकारी समिति से इनका दूर दूर तक कोई भी लेना देना नहीं है।इस घोटाले से संबंधित समस्त प्रमाणित दस्तावेजों को जांच दल ने सूक्ष्मता से अध्ययन करने पर पाया कि मुख्यमंत्री ब्याज माफी योजना में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है अब बारी जिला कलेक्टर की है कि वे यह गबन की गई राशि की वसूली कर दोषियों को सलाखों के पीछे पहुंचा पाते हैं या नहीं।।

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