BJP: विश्लेषण..स्टार प्रचारकों की सूची से उमा भारती बाहर, तीन नेता पहली बार सूची में, अपने क्षेत्र के बाहर कभी प्रचार नहीं किया…!!

भोपाल। मध्‍य प्रदेश लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने स्‍टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत 40 नेताओं के नाम हैं। लेकिन कभी हिंदी बेल्ट से लेकर पूरे देश में स्टार प्रचारक रहीं उमा भारती सूची से बाहर हैं। दूसरी तरफ इस सूची में मध्य प्रदेश के 3 ऐसे नेताओं के नाम भी हैं, जिन्हें विधानसभा चुनाव के लिए भी पार्टी ने स्टार प्रचारक बनाया था, लेकिन प्रचार के नाम पर वे अपने गृह क्षेत्र तक सीमित रहे।

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BJP: विश्लेषण..स्टार प्रचारकों की सूची से उमा भारती बाहर, तीन नेता पहली बार सूची में, अपने क्षेत्र के बाहर कभी प्रचार नहीं किया...!! 4

अपने घर तक सीमित रहने वाले ये स्टार प्रचारक हैं – पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव, गौरीशंकर बिसेन और जयभान सिंह पवैया। ऐसे में सवाल यह उठता है कि जब तीनों नेताओं की न तो बड़ी सभाएं होती हैं और न ही किसी उम्मीदवार के रोड शो में साथ दिखाई देते हैं तो फिर इन्हें स्टार प्रचारक क्यों बनाया जाता है?
गोपाल भार्गव :
पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव मध्य प्रदेश के सबसे सीनियर विधायक हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में उन्होंने 9वीं जीत दर्ज की। विधानसभा चुनाव में भी स्टार प्रचारकों की सूची में उनका नाम था। चुनाव जीतने के बाद भार्गव को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया। उन्हें मंत्री बनने की उम्मीद थी, लेकिन पार्टी ने मंत्री पद नहीं दिया।
इतना ही नहीं, बीजेपी के चुनाव प्रचार के होर्डिंग, बैनर, पोस्टर में भी जगह नहीं दी गई थी। चुनाव के लिए बनाई गई समितियों में भी गोपाल भार्गव को शामिल नहीं किया गया था। भार्गव इसे लेकर नाराज भी दिखाई दिए थे।
रहली के एक कार्यक्रम में उन्होंने इशारे में खुद को सीएम की रेस में शामिल बता दिया था। विधानसभा चुनाव के दौरान भार्गव की एक भी बड़ी सभा नहीं हुई। वे सिर्फ खंडवा के उम्मीदवार का नामांकन दाखिल करने पहुंचे थे।

माना जा रहा है कि भार्गव को स्टार प्रचारक बनाने की वजह उनकी ब्राह्मण वर्ग में पैठ है। मंत्री न बनाए जाने से नाराज भार्गव की नाराजगी दूर करने पार्टी ने उन्हें स्टार प्रचारक बनाकर साधने की कोशिश की है।
गौरीशंकर बिसेन: 
पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन बालाघाट से विधानसभा का चुनाव हार गए। इसके बावजूद बिसेन को भाजपा ने लोकसभा चुनाव में स्टार प्रचारक बनाया है। वे विधानसभा चुनाव में अपनी बेटी मौसम बिसेन को उम्मीदवार बनाने की पैरवी कर रहे थे, लेकिन पार्टी ने उनकी मांग को नहीं माना था और अंतिम समय में गौरीशंकर को ही चुनाव लड़ना पड़ा था। भाजपा ने बिसेन को पिछले विधानसभा चुनाव में भी स्टार प्रचारक बनाया था, लेकिन वे बालाघाट लोकसभा क्षेत्र में आने वाली विधानसभा सीटों के अलावा कहीं और प्रचार करने नहीं गए थे। माना जा रहा है कि बैतूल, छिंदवाड़ा व बालाघाट लोकसभा क्षेत्र अलावा महाराष्ट्र के भंडारा और गोंदिया में पंवार वोटर्स ज्यादा हैं, इसलिए उन्हें स्टार प्रचारक बनाया है।
जयभान सिंह पवैया:
बजरंग दल के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष जयभान सिंह पवैया ग्वालियर लोकसभा सीट से टिकट की दावेदारी कर रहे थे, लेकिन इस सीट पर पूर्व मंत्री भारत सिंह कुशवाह को उम्मीदवार बनाया गया। पवैया का नाम स्टार प्रचारकों की सूची में है। विधानसभा चुनाव में भी वे टिकट के प्रबल दावेदार थे, लेकिन मौजूदा विधायक और ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को टिकट दिया गया । इससे पवैया नाराज हो गए थे।
पवैया को स्टार प्रचारक बनाने की वजह भी है। असल में इस लोकसभा चुनाव में राम मंदिर निर्माण एक प्रमुख मुद्दा रहने वाला है और जयभान सिंह पवैया राम मंदिर आंदोलन का एक बड़ा चेहरा रहे हैं।
जातिगत समीकरण
बीजेपी के एक सीनियर लीडर का कहना है कि पार्टी ने जातिगत समीकरण के हिसाब से स्टार प्रचारकों की नियुक्ति की है। ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य नेताओं के अलावा ओबीसी, एससी और एसटी के नेताओं को इनमें शामिल किया है।
बीजेपी की लिस्ट में यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का नाम भी शामिल है। पार्टी इनके जरिए यूपी की सीमा से सटे इलाकों में यादव और कुशवाह वोटर्स को साधने की कोशिश करेगी
स्‍टार प्रचारकों की लिस्‍ट से फिर उमा भारती बाहर
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव समेत बीजेपी शासित 6 राज्यों के मुख्यमंत्री भी एमपी में पार्टी प्रत्याशियों के लिए प्रचार करेंगे। लिस्ट में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल, छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय, राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा और असम के सीएम हेमंता बिस्वा सरमा के नाम शामिल हैं।
इस सूची में मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का नाम नहीं है। विधानसभा चुनाव में भी उन्हें प्रचार की जिम्मेदारी नहीं दी गई थी। तब उन्होंने कहा था कि विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए मैंने सीएम शिवराज सिंह चौहान को पावर ऑफ अटॉर्नी दे दी है। वे जहां चाहे चुनाव प्रचार में मेरा उपयोग कर सकते हैं। उमा भारती फिलहाल उत्तराखंड में हैं। वे इस बार चुनाव ना लड़ने का ऐलान भी कर चुकी हैं।
मोहन यादव पहली बार बने स्टार प्रचारक
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को भाजपा ने पहली बार चुनाव में स्टार प्रचारक बनाया है। वे मध्य प्रदेश के अलावा उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार करने जाएंगे। जबकि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया राज्य के बाहर छत्तीसगढ़ व महाराष्ट्र में सभा करेंगे।
9 मंत्रियों को बनाया स्टार प्रचारक
डॉ. मोहन सरकार में डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा, डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल, मंत्री प्रहलाद पटेल, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, मंत्री राकेश सिंह, मंत्री नारायण कुशवाहा, मंत्री तुलसी सिलावट, निर्मला भूरिया और एंदल सिंह कंसाना को भी स्टार प्रचारक बनाया गया है।

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Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

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