BJP: पोस्टर-होर्डिंग पर फोटो न होने का मामला बढ़ा, गोपाल भार्गव ने की भूपेंद्र यादव से मुलाकात, मीडिया से कहा…कोई फर्क नहीं पड़ता
भोपाल। जन आशीर्वाद यात्रा के पोस्टर्स और होर्डिंग्स में फोटो न होने पर मध्यप्रदेश सरकार में लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा है कि इससे उनकी हैसियत पर कोई फर्क नहीं पड़ता। कांग्रेस के सवाल उठाने पर कहा कि विपक्षियों का धन्यवाद। उनकी शुभकामनाएं मेरे प्रति हैं। राजनीति में अगर हम एक – दूसरे की चिंता करते हैं तो इसमें कोई बुरी बात नहीं, लेकिन पार्टी अपनी जगह है।
पोस्टर्स को लेकर चल रही कंट्रोवर्सी के बीच मध्यप्रदेश के चुनाव प्रभारी व केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने मंगलवार को लोक निर्माण मंत्री से मुलाकात की। वे भार्गव से मिलने भोपाल स्थित उनके बंगले पर पहुंचे थे। करीब 1 घंटे तक बंद कमरे में दोनों नेताओं की चर्चा हुई।
हाल ही में भोपाल में हुए भाजपा के कार्यक्रमों में भी गोपाल भार्गव नजर नहीं आए। भार्गव कहते हैं, जिसने भी जन आशीर्वाद यात्रा के पोस्टर बनाए होंगे, उसने पूछकर तो किया नहीं। जिस दृष्टि से किया है, जो बनवाने वाले या छापने वाले लोग हैं, वही इसको अच्छे तरीके से बता सकते हैं। मेरा अब चार दशक का इतना लंबा राजनीतिक जीवन हो गया। जब इनमें से कोई मंत्री नहीं थे, तब मैं था। इनमें से अधिकांश लोग नहीं थे। मुझे अपनी पहचान की ज्यादा इच्छा नहीं है। सब लोग जानते-पहचानते हैं। सबका प्रेम और विश्वास है। सभी की चाहत है।
भार्गव ने कहा, मैं बहुत ज्यादा फोटो खिंचाने में नहीं पड़ता। जब कोई बड़े नेता आते हैं तो लोग फोटो खिंचाने के लिए दौड़ पड़ते हैं। धक्का – मुक्की होती है, लेकिन यह मेरे स्वभाव में नहीं है। मैं उस युग का हूं, जब देश में क्चछ्वक्क के दो सांसद थे। हम फोटो खिंचाने के लिए थोड़ी आए थे। जब देश में क्चछ्वक्क का कुछ था ही नहीं, किसी राज्य में सरकार नहीं थी, गिने-चुने विधायक होते थे, दो सांसद होते थे, मैं तब से काम कर रहा हूं। जिसे चाशनी में लोटना हो, वो यह सब करे। मैं नहीं कर सकता।
कांग्रेस ने कहा, भार्गव प्रतिशोध की आग में उबल रहे
भार्गव और भूपेंद्र यादव की मुलाकात के बाद मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने ट्वीट किया, मप्र के खुद्दार मंत्री गोपाल भार्गव को पहले पार्टी की चुनावी समितियों से बाहर रखा गया। कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग छीना गया। अब बीजेपी के चुनावी पोस्टर्स से गायब किया गया। 2013 में भार्गव ने जिनको चुनाव हराया, उन्हें पड़ोसी सीट से भाजपा ने उम्मीदवार बना दिया।’
भार्गव की उपयोगिता बुंदेलखंड में
भाजपा की यात्रा के पोस्टर्स और होर्डिंग्स में लोनिवि मंत्री गोपाल भार्गव की तस्वीर नहीं होने पर कांग्रेस ने सवाल उठाया तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को कहा, हर सवाल का उत्तर हम देंगे। आप चिंता मत करो। गोपाल भार्गव बहुत वरिष्ठ नेता हैं। उनकी उपयोगिता पूरे बुंदेलखंड में है। वे अभूतपूर्व हैं। पार्टी उनका पूरा उपयोग कर रही है।
लगातार 8 बार के विधायक हैं भार्गव
गोपाल भार्गव सागर की रहली सीट से लगातार 8 बार के विधायक हैं। वे पहली बार 1985 में आठवीं विधानसभा के लिए विधायक चुने गए। तब से अब तक लगातार जीतते आ रहे हैं। 8 जनवरी 2019 से 23 मार्च 2020 तक मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रहे।