प्रदेश की बदहाली और बर्बादी के खिलाफ निकल रही है जन आक्रोश यात्रा: सुरजेवाला
भोपाल। मध्यप्रदेश के प्रभारी महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा है कि कांग्रेस प्रदेश की बदहाली और बर्बादी के खिलाफ जन आक्रोश यात्रा निकाल रही है। प्रजातंत्र का यह महासंग्राम जनता के जोश बनाम जन आक्रोश की लड़ाई है। पूरे प्रदेश में सात जन आक्रोश यात्राएं निकल रही हैं। उन्होंने दावा किया कि जन आक्रोश को आवाज देने 11,000 किमी की यात्रा पर कांग्रेस नेता कूच कर रहे हैं।
रणदीप सुरजेवाला आज होटल ताज में संवाददाताओं से चर्चा कर रहे थे। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी व अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
सुरजेवाला ने कहा कि 18 सालों की प्रदेश की बदहाली और बर्बादी का जनता में शिवराज राज के खि़लाफ़ जो असंतोष था, वो अब जन आक्रोश में तब्दील हो गया है। समूचे मध्यप्रदेश में चारो ओर भयंकर अराजकता, अपराध, भय, भ्रष्टाचार और लूट की खुली छूट है। आदिवासी, किसान, दलित ,बेटियाँ, बच्चे, पिछड़े ,नौजवान सबकी जबान पर बस एक ही बात है, शिवराज हटाओ प्रदेश बचाओ।
उन्होंने कहा कि जहाँ शिवराज राज के खि़लाफ़ जनता में आक्रोश है तो दूसरी ओर कांग्रेस व कमलनाथ के प्रति जनता में जोश दिखाई दे रहा है। उनका कहना था, शिवराज सरकार ने पहले तो किसानों की आमदनी कम कर दी और फिर फसलों के दाम मांगने पर उनके सीने में गोलियां उतार दी। युवाओं के भविष्य को व्यापम और पटवारी परीक्षा घोटाले की भेंट चढ़ाकर उनके भविष्य की हत्या कर दी। हमारे आदिवासी भाइयों के मुँह पर भाजपा नेता द्वारा पेशाब करके न सिफऱ् उन्हें अपमानित किया गया बल्कि उनके 3 लाख 22 हजार आवास के पट्टे निरस्त करके उन्हें दरबदर भी कर दिया गया ।
उन्होंने कहा कि पोषण आहार घोटाला करके कुपोषित बच्चों के निवाले पर डाका डाला गया। भाजपा सरकार की भ्रष्टाचार की भूख यहीं नहीं रुकती, वो 45 लाख स्कूली बच्चों की स्कूल की ड्रेस खा गए। सत्ता ने दरिंदगी की सीमाएं इस हद तक पार कर दी कि आयुष्मान योजना में मुर्दों के इलाज़ के नाम पर भी पैसे खा गए। भ्रष्टाचार के पाप में आकंठ तक डूबी इस सत्ता ने भगवान महाकाल को भी नहीं छोड़ा। जो भगवान को नहीं छोड़ते, वो अन्नदाता किसान, दलित, आदिवासी व नौजवान को क्या छोड़ेंगे?
जन आक्रोश यात्रा 11,400 किमी की दूरी तय करेगी। कुल सात यात्राएं निकलेंगी, जो इस प्रकार हैं- यात्रा मार्ग 1 – गोविंद सिंह – 1600 किमी, यात्रा मार्ग 2 – अरुण यादव – 1700 किमी, यात्रा मार्ग 3 – कमलेश्वर पटेल – 1900 किमी, यात्रा मार्ग 4 – अजय सिंह राहुल – 1400 किमी, यात्रा मार्ग 5 -सुरेश पचौरी – 1400 किमी, यात्रा मार्ग 6 – कांतिलाल भूरिया – 1700 किमी, यात्रा मार्ग 7 -जीतू पटवारी -1700 किमी।