Success Story: पटवारी से बने आईपीएस, 72 घंटे के नियम के चलते सुर्खियों में आए..छह साल में हासिल की 12 नौकरियां, .जामनगर के एसपी प्रेमसुख डेलू
बीकानेर के एक सामान्य परिवार से निकलकर आईपीएस बनने वाले प्रेमसुख डेलू सुर्खियों में आ गए हैं। वर्तमान में गुजरात के जामनगर जिले के पुलिस अधीक्षक की जिम्मेदारी संभाल रहे प्रेमसुख डेलू ने कुछ निर्देश जारी किए हैं। इनमें कहा गया है कि जिले में अगर किसी को भी कोई विरोध प्रदर्शन, धरना या फिर किसी अधिकारी को ज्ञापन देना है तो उसे 72 घंटे यानी कि तीन दिन पहले संबंधित कार्यालय से अनुमति लेनी होगी। प्रेमसुख डेलू ने अपने निर्देशों में कहा है कार्यालय के गेट के अंदर नारेबाजी की अनुमति नहीं होगी। डेलू अपने इस निर्देशों के चलते सुर्खियों में आ गए हैं।
जामनगर के पुलिस अधीक्षक प्रेमसुख डेलू ने अपने नए निर्देशों के पीछे हवाला दिया है कि ऐसा जिले में अच्छी व्यवस्था रखने के लिए किया गया है।
बतौर पुलिस अधीक्षक जारी किए गए निर्देशों में प्रेमसुख डेलू ने कहा कि धरना और मोर्चो लेकर आने वाले समूहों को कार्यालय के गेट पर नारेबाजी बंद करनी होगी।
राजस्थान के बीकानेर से ताल्लुक रखने वाले प्रेमसुख डेलू 2016 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वे गुजरात कैडर के अधिकारी हैं।
पटवारी के बाद कई अन्य परीक्षाओं को क्वलीफाई करने वाले प्रेमसुख डेलू ने आईपीएस बनने के बाद शादी की थी। अपने पिता रामधन डेलू और मां बुगी देवी के साथ प्रेमसुख डेलू के बचपन की तस्वीर। उनके पिता ऊंट गाड़ी चलाते थे। प्रेमसुख चार-भाई बहनों में सबसे छोटे हैं।