MP Indore: 100 करोड़ के फर्जी बिल घोटाले का आरोपी यूपी से गिरफ्तार

इन्दौर। करोड़ों रुपये के फर्जी बिल घोटाला मामले में इंदौर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने एग्जीक्यूटिव इंजीनियर अभय राठौर को उत्तर प्रदेश के एटा से गिरफ्तार किया है. इंदौर नगर निगम में 107 करोड़ रुपये से ज्यादा के घोटाले का अभय राठौर पर आरोप है।

मुख्य आरोपी अभय राठौर के खिलाफ पुलिस ने 25000 रुपये का इनाम घोषित किया था. आरोपी से पूछताछ के बाद उम्मीद है कि महाघोटाले में कुछ और खुलासे होंगे. मास्टरमाइंड एग्जीक्यूटिव इंजीनियर ने चार कंपनियों के जरिए करोड़ों रुपए का घोटाला किया।

डीसीपी जोन 3 पंकज पांडे ने कहा कि आरोपी बेटे की ससुराल में छिपा हुआ था. बेटे की ससुराल एटा से पुलिस ने आरोपी को पकड़ा. उन्होंने कहा कि पूछताछ के बाद और भी खुलासे होने की उम्मीद है. अन्य फरार आरोपियों की धर पकड़ में पुलिस लगी हुई है. पंकज पांडे ने बताया कि एग्जीक्यूटिव इंजीनियर के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था. इस दौरान पुलिस को जानकारी मिली की अभय राठौर के बेटे की ससुराल यूपी में है. अन्य रिश्तेदार भी यूपी में रहते हैं।

फर्जी बिल घोटाला मामले में एग्जीक्यूटिव इंजीनियर गिरफ्तार

इंदौर से पुलिस की टीम एटा पहुंची. मकान पर पहुंचने के बाद आरोपी पुलिस से झगड़ा करने लगा. उसने पुलिस से वारंट दिखाने को भी कहा. पुलिस ने वारंट दिखाकर आरोपी को आज सुबह एटा से इंदौर ले आयी है. पता चला है कि राठौर ने फरारी के बाद एक नया नंबर खरीदा था. नया नंबर पुलिस के हाथ लग गया है. पुलिस ने मोबाइल नंबर ट्रैक कर आरोपी के लोकेशन का पता लगा लिया।

एटा गयी पुलिस टीम का रिश्तेदारों ने किया विरोध 
आरोपी को पकड़ने गयी टीम का रिश्तेदारों ने विरोध किया. बीजेपी के नेता भी आ धमके. पुलिस ने राठौर का काला चिट्ठा नेताओं और रिश्तेदारों के सामने खोल दिया. तब जाकर अभय राठौर को इंदौर लाया जा सका. आपको बता दें कि फर्जी बिल लगाकर नगर निगम को करोड़ों रुपये का चूना लगाया गया है. मामले में अब तक 9 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. तीन आरोपी फरार चल रहे हैं.

Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

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