MP : राज्य में जीरो टॉलरेंस और घूसखोरों की बाढ़,1 ही दिन में 3 अलग-अलग अधिकारियों को रिश्वत लेते लोकायुक्त ने दबोचा
भोपाल । प्रदेश में रिश्वतखोर और घूसखोरी अधिकारी कर्मचारियों की फरिश्ते काफी लंबी है तभी तो आए दिन रिश्वतखोर अधिकारी कर्मचारियों को लोकायुक्त टीम रंग हाथ पकड़ रही है। ताजा मामला 26 अप्रैल शुक्रवार का है, जब प्रदेश के अलग-अलग जिलों में 3 अधिकारी कर्मचारियों को लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथ पकड़ कर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा की तहत कार्यवाही की है।1 दिन में लगातार 3 अधिकारी कर्मचारियों के पकड़े जाने से पूरे प्रदेश में घूसखोर अधिकारी कर्मचारियों के बीच हड़कंप मच गया है।
सबसे पहले बात हम यहां पर मंडला जिले की करते हैं जहां एक रिश्वतखोर सब इंजीनियर को लोकायुक्त की टीम ने 30 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया।
मिली जानकारी के मुताबिक मंडला जिले के बिछिया तहसील के ग्राम दानी टोला निवासी सुशील साहू ने लोकायुक्त जबलपुर से इस बात की शिकायत दर्ज कराई थी कि ग्राम में अमृत सरोवर बनाने और उसकी राशि लगभग 22 लख रुपए का भुगतान करने हेतु सभी इंजीनियर के द्वारा कार्य का वैल्यूएशन करने के लिए 50 हजार की रिश्वत मांगी थी।
दूसरा मामला मध्य प्रदेश के धार जिले से सामने आया है जहां लोकायुक्त टीम इंदौर में बड़ी कार्यवाही की है यहां पर शिक्षा विभाग के ब्लॉक शिक्षा केंद्र में पदस्थ बीएससी बृजमोहन गर्ग को 3000 की रिश्वत लेते रंग हाथ गिरफ्तार किया है। बीएससी बृजमोहन के द्वारा स्कूलों में मिड डे मील संचालित करने वाले स्व सहायता समूहों से हर महीने रिश्वत की मांग की जा रही थी।
तीसरा मामला और सबसे बड़ा मामला मध्य प्रदेश के देवास जिले से है जहां एक पटवारी घूंस के तौर पर लंबी रकम ऐंठने का प्लान तैयार कर रखा था। यहां पर पटवारी के द्वारा भूमिका सीमांकन करने के लिए 2 लाख रुपये रिश्वत मांगी जा रही थी। रिश्वत नहीं देने की स्थिति में पटवारी के द्वारा भूमि स्वामी को वर्ग लाया जा रहा था और सीमांकन नहीं करने की भी धमकी दी जा रही थी।
तब भूमि स्वामी निवासी ग्राम पताड़ा घनश्याम चौधरी परेशान होकर इस पूरे मामले और पटवारी के रिश्वत मांगे जाने की शिकायत लोकायुक्त उज्जैन से कर दी शिकायत सत्यापन पर शिकायत सही पाए जाने के बाद लोकायुक्त ने घोष कोर पटवारी को रंगे हाथ पकड़ने का प्लान बनाया। इसके बाद जैसे ही प्रार्थी घनश्याम चौधरी के द्वारा पटवारी मनोहर बिलावली पटवारी हल्का नंबर 88 को रिश्वत की राशि के तौर पर पहले किस्त में 1 लाख 50 हजार रुपए दिए गए। उसके तुरंत बाद लोकायुक्त की टीम ने घर पकड़ कार्यवाही कर दी, जिसमें घूसखोर पटवारी को रिश्वत की राशि सहित रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है।