ओम्कारेश्वर। तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर में नर्मदा नदी पर पुल बनाने के लिए बांध से पानी रोका तो नदी सूखी दिखने लगी। इसके साथ ही खतरनाक गहरे गड्ढे भी दिखने लगे हैं। सोमवार को नर्मदा नदी में पानी बहुत कम था। नदी के घाट लगभग सूख चुके हैं।
ओंकारेश्वर में 13 घाट हैं। इनमें से तीन घाट ब्रह्मपुरी, चक्रतीर्थ व गौमुख सबसे ज्यादा खतरनाक हैं। पुलिस रिकार्ड के अनुसार पिछले साढ़े 5 सालों में घाटों पर नहाने आए 78 श्रद्धालुओं की डूबने से मौत हुई है। सबसे ज्यादा मौत ब्रह्मपुरी घाट पर हुई। पिछले साढ़े तीन सालों में 15 लोग ब्रह्मपुरी घाट पर डूबे हैं। जबकि चक्रतीर्थ में 8, खेड़ीघाट में 6 और गोमुख घाट पर 3 की डूबने से जान गई।
चेतावनी बोर्ड के लिए कलेक्टर के पास भेजा प्रस्ताव नर्मदा नदी के बीच खोह हैं। जहां हमारे गोताखाेर भी सिर्फ 35 फीट तक जा सकते हैं। उसके बाद उनकी जान भी खतरे में रहती है। लोगों को अलर्ट करने के लिए चेतावनी बोर्ड के लिए प्रस्ताव बनाकर कलेक्टर के पास भेजा है। बोर्ड पढ़ने से कई लोग अलर्ट हो जाएंगे। दो-दो सैनिक घाट पर तैनात रहते हैं। ब्रह्मपुरी घाट पर सैनिकों की सुबह 6 से रात 7 बजे तक ड्यूटी रहती है।