MP : चोर गिरोह का सरगना निकला भाजपा नेता, जेल भी गया, 16 साल छोटी लड़की से रचाई थी शादी

डिंडौरी। डिंडोरी में पत्नी की मौत के मामले में जेल गए भाजपा नेता दशरथ राठौर की क्राइम फाइल पुलिस ने फिर खोल ली है। दशरथ चोर गिरोह का सरगना निकला। उसका गिरोह सरकारी ऑफिस से कम्प्यूटर चोरी करता था।
साल 2007 में उस पर 10 मामले दर्ज हुए थे। करीब 15 दिन जेल में भी रहा। झगड़ालू प्रवृत्ति का होने से वर्ष 2019 में एसडीएम कोर्ट से प्रतिबंधात्मक कार्रवाई भी हो चुकी है।पुलिस का शिकंजा कसने लगा, तो उसने भाजपा का दामन थाम लिया। तीन साल में भाजपा पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष और उप सरपंच बन गया।
3 मई को भाजपा नेता की पत्नी संगीता राठौर की मौत के बाद दशरथ के घर के सामने और अस्पताल में हंगामा भी हुआ। एसपी वाहिनी सिंह खुद संगीता के परिजन को समझाने पहुंची।दशरथ राठोर भले ही अब भाजपा नेता है। लेकिन, उसका अपराध की दुनिया से भी गहरा ताल्लुक रहा है। दैनिक भास्कर की टीम भाजपा नेता के बारे में जानने जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर देवलपुर गांव जाकर संगीता के परिजन से मिली।
संगीता की मां रमनी बाई की आंखें सूजी हुई हैं। जब बात करती हैं, तो ऐसा लगता है कि गला सूख सा जा रहा है। वे बार-बार गले पर हाथ रख लेती हैं।
मां बोलीं- दशरथ ने बेटी को कभी पत्नी नहीं माना
रमनी बाई ने कहा- सब देख लो, आज ये दिन देखना पड़ रहा है। उसने संगीता को कभी पत्नी जैसा नहीं माना। शादी के बाद से ही संगीता उदास रहने लगी थी। हमेशा गुमसुम सी रहती थी। वो उससे दूरी बनाकर रखता था। हमेशा देर से घर आता था। पहले वो सब बताती थी, जो उसके साथ हो रहा है। मैं कहती- तू छोटी है अभी, समय के साथ सब ठीक हो जाएगा। लगता था कि दशरथ सुधर जाएगा।
हालात तो ये हो गए थे कि पहले वो कभी-कभार घर नहीं आता था। एक साल से तो 10-15 दिन तक घर ही नहीं आता था। शादी के एक साल बाद तो वो बिल्कुल बदल गया था। बेटी को मारता-पीटता था। कई बार उसने मायके से रुपए लाने के लिए भी कहा। लेकिन, हम कहां से देते।
रुतबा इतना कि पुलिस नाम लेने तैयार नहीं
दशरथ का राजनीतिक रुतबा कितना ज्यादा है, इसका पता इस बात से चलता है कि पुलिस अधिकारी उसका पुराना चिट्ठा बताने तो तैयार हैं, लेकिन अपना नाम सामने नहीं आने देते।
सूत्रों ने बताया कि दशरथ 2007-08 में चोरी करता था। उसका एक गिरोह था। इसके निशाने पर सरकारी दफ्तरों में लगे कम्प्यूटर होते थे। डिंडौरी समेत आस-पास के जिलों कटनी, शहडोल और डिंडौरी में उसके और गिरोह के खिलाफ 10 मामले दर्ज हुए थे। पुलिस ने उसे गिरोह समेत गिरफ्तार किया था। चोरी के मामलों में उसे करीब एक महीने की जेल हुई थी। कोर्ट ने जुर्माना भी लगाया था।