MP : BJP विधायक संजय पाठक की खदानों की जांच के आदेश: मंत्रालय ने गठित किया दल, 15 दिन में देनी होगी रिपोर्ट…

भोपाल। प्रदेश सरकार ने खनन कारोबारी एवं विधायक संजय पाठक की खदानों की जांच के आदेश दिए हैं। खनिज साधन विभाग की अवर सचिव शर्मिला ठाकुर ने खदानों की जांच के लिए 2 खनिज अधिकारियों का दल गठित किया है।
जो 15 दिन के भीतर जांच रिपोर्ट देगा। खास बात यह है कि खनिज विभाग ने जिन खदानों की जांच के आदेश दिए हैं, उनमें विधायक संजय पाठक के परिजन ही कर्ता धर्ता हैं। इस आदेश के बाद से प्रदेश के खनिज माफिया में हड़कंप मच गया है।
जबलपुर निवासी आशुतोष मनु दीक्षित ने 18 मार्च को विभाग में शिकायत की थी। जिसमें उन्होंने जबलपुर जिले की सिहोरा तहसील में स्थित मेसर्स आनंद माइनिंग कार्पोरेशन, मेसर्स निर्मला मिनरल्स और पैसिफिक एक्सपोर्ट पर सर्वोच्च न्यायालय के दिशा निर्देशों के इतर खनिज कार्य करने के गंभीर आरोप लगाए थे।
साथ ही शासन को एक हजार करोड़ रुपए की राजस्व हानि बताते हुए ब्याज सहित 1500 करोड़ वसूलने की मांग की। शिकायत की जांच के लिए खनिज विभाग ने मनीष पालेवार उप संचालक खनिज शाखा बैतूल और अनित पंड्या, प्रभारी खनिज अधिकारी सागर का जांच दल गठित किया है। जांच दल से 15 दिन के भीतर जांच प्रतिवेदन देने को कहा है।
पाठक के परिजनों की हैं कंपनियां
शासन ने शिकायत की जांच के आधार पर जिन खनिज कंपनियों के संबंध में जांच रिपोर्ट मांगी है, उनके कर्ताधर्ता विधायक संजय पाठक के परिजन ही हैं। मेसर्स आनंद माइनिंग कॉर्पोरेशन में निर्मला पाठक और यश पाठक पार्टनर हैं। इस कंपनी के एमडी वरुण गौतम हैं। इसी तरह निर्मला मिनरल्स और पैसिफिक एक्सपोर्ट में भी परिजन शामिल हैं।
प्रधान मंत्री कार्यालय ने लिया संज्ञान, ED ने केस दर्ज किया
मनु दीक्षित की शिकायत पर प्रधान मंत्री कार्यालय ने संज्ञान लिया और भाजपा विधायक संजय पाठक की पारिवारिक कंपनियों पर काले धन के उपयोग सहित निवेशकों को छलने के मामले में ED ने मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ की है ।भोपाल की 110 एकड़ भूमि का पैसा जिस मेसर्स हमारा इंडिया क्रेडिट को ऑपरेटिव
सोसाइटी लिमिटेड (एचआईसीसीएसएल) में गया था, उस कंपनी पर भी ED द्वारा FIR दर्ज किये जाने की जानकारी मिली है।