राजगढ़। राजगढ़ में दलित युवकों के साथ कपड़े उतारकर मुंह काला करने और जूतों की माला पहनाकर पीटने वाले 5 आरोपियों को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया है। इधर, पीड़ित युवक के पिता भी सामने आए।उन्होंने बताया कि मैं हाथ जोड़कर कहता रहा कि इतनी बेइज्जती मत करो। मारना है तो मार लो, लेकिन जूते की माला पहनाकर, मुंह काला कर, सबके सामने अपमान मत करो… पर उन्होंने एक नहीं सुनी।
घटना 13 मई को चितारा गांव की है। जब दो दलित युवकों के साथ अमानवीय बर्ताव किया गया था। गुरुवार को इसका वीडियो सामने आया था। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
पीड़ित युवक के पिता ने बताया कि 13 मई को उनका बेटा और उसका भतीजा शराब पीए हुए थे। गांव में यज्ञ की तैयारी चल रही थी, जब वे गांव में आने लगे तो उन्हें पता चला गांव में यज्ञ का झंडा गड़ गया है। इसके बाद वह गांव के पहले ही आने वाले नाले के उस पार जंगल में रुक गए।
उन्होंने उस दिन गांव में नहीं आकर वहीं रुकने का फैसला किया। जब गांव वालों को उनके बारे में पता चला 5-6 लोग उन्हें मारने के लिए निकल गए। हम भी पीछे गए तो देखा कि यह लोग दोनों को मारते-पीटते घसीटते हुए लाए। कपड़े निकाल कर खुजली के लिए किरमिच की फली लगा दी। इससे उनके शरीर पर खुजली होने लगी। फिर मारते पीटते दोनों को स्कूल में लाए, वहां लाने के बाद जूते की माला पहनाई, मुंह काला किया और बेइज्जती करी।
कुरावर थाना टीआई संगीता शर्मा ने बताया कि घटना छाबड़ गांव की है। वीडियो वायरल होते ही जांच शुरू की गई। पीड़ित की शिकायत और वीडियो के आधार पर शुक्रवार को पांच आरोपी चंदर सिंह, सूरज सिंह, हेमसिंह, हिम्मत सिंह और रामबाबू गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया गया।
सभी आरोपियों ने पूछताछ में अपराध स्वीकार किया है। एफआईआर के मुताबिक, आरोपियों ने दोनों युवकों को जूते-चप्पलों की माला पहनाई, मुंह काला किया और गांव के स्कूल परिसर में रस्सी से बांधकर सार्वजनिक रूप से अपमानित किया। मारपीट भी की गई।
जमीन का पुराना विवाद भी आया सामने
शुरुआती जांच में सामने आया कि पीड़ित पक्ष की जमीन करीब 10 महीने पहले गिरवी रखी गई थी, जिस पर आरोपी पक्ष ने कथित रूप से कब्जा कर लिया। 13 मई को हुई घटना को इससे भी जोड़कर देखा जा रहा। जब गांव में यज्ञ का आयोजन हो रहा था, तब आरोपियों ने दोनों युवकों को गांव के बाहर पकड़कर मारपीट की घटना अंजाम दिया।