IAS संस्कृति जैन कौन हैं? सिवनी कलेक्टर से भोपाल नगर निगम की कमिश्नर बनी

भोपाल। हाल में हुईं प्रशासनिक सर्जरी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है 2015 बैच की युवा आईएएस अधिकारी संस्कृति जैन का भोपाल नगर निगम (बीएमसी) की कमिश्नर के रूप में नियुक्ति।सिवनी जिले की कलेक्टर के पद से स्थानांतरित होकर जैन को भोपाल की राजधानी के नगरीय विकास की कमान सौंपी गई है, साथ ही मध्य प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के अतिरिक्त प्रबंध निदेशक का दायित्व भी दिया गया है।
यह नियुक्ति न केवल उनकी क्षमता पर सरकार के भरोसे को दर्शाती है, बल्कि राज्य की नगरीय व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक रणनीतिक कदम भी माना जा रहा है। विपक्ष ने हालांकि इसे ‘राजनीतिक तबादलों की श्रृंखला’ करार दिया है। आइए जानते हैं संस्कृति जैन के सफर, उपलब्धियों और इस तबादले के पूरे विवरण को।
संस्कृति जैन मध्य प्रदेश कैडर की 2015 बैच की आईएएस अधिकारी हैं, जो सिविल सेवा परीक्षा (UPSC) में सफलता हासिल करने वाली उन चुनिंदा महिलाओं में शुमार हैं जिन्होंने राज्य के प्रशासनिक तंत्र में नई ऊर्जा का संचार किया है। उनका जन्म और प्रारंभिक शिक्षा मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में हुई, जहां उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। इंदौर के प्रतिष्ठित डीएवीवी विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग में स्नातक करने के बाद, जैन ने आईएएस बनने का सपना देखा और दिल्ली जाकर यूपीएससी की तैयारी में जुट गईं। 2015 में सिविल सेवा परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के बाद वे मध्य प्रदेश कैडर में शामिल हुईं।
अपनी सेवा की शुरुआत में जैन को तहसीलदार के रूप में जिम्मेदारी मिली, जहां उन्होंने भूमि सुधार और राजस्व प्रबंधन में अपनी दक्षता साबित की। 2018 में प्रमोशन के बाद उन्हें अपर कलेक्टर का पद सौंपा गया, और धीरे-धीरे वे जिला स्तर के महत्वपूर्ण पदों पर पहुंचीं। 2022 में पहली बार कलेक्टर बनने का अवसर मिला, जब उन्हें बालाघाट जिले की जिम्मेदारी दी गई। बालाघाट में उनके कार्यकाल के दौरान वन अधिकार पट्टा वितरण, आदिवासी कल्याण योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन और प्राकृतिक आपदा प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय काम हुआ। विशेष रूप से, कोविड-19 महामारी के दौरान उन्होंने जिले में टीकाकरण अभियान को 95 प्रतिशत तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसकी सराहना राज्य सरकार ने की।
2024 में सिवनी जिले की कलेक्टर बनने के बाद जैन ने पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास पर विशेष फोकस किया। सिवनी, जो घने जंगलों और आदिवासी बहुल क्षेत्र के लिए जाना जाता है, में उन्होंने ‘हरित सिवनी’ अभियान शुरू किया, जिसके तहत 5 लाख से अधिक पेड़ लगाए गए। इसके अलावा, किसान कल्याण योजनाओं के तहत उर्वरक वितरण को पारदर्शी बनाने और ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने में उनका योगदान सराहनीय रहा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “संस्कृति जैन की कार्यशैली डिजिटल गवर्नेंस पर आधारित है। वे ई-ग्रievance सिस्टम को प्रभावी ढंग से लागू करती हैं, जिससे आम नागरिकों की समस्याओं का त्वरित समाधान होता है।” उनकी नियुक्ति भोपाल नगर निगम के लिए इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि राजधानी में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स, मेट्रो विस्तार और जल निकासी जैसी चुनौतियां हैं, जहां उनकी अनुभव काम आएगा।