Electricity: बिजली बिलवसूली को लेकर बिजली कंपनियां और निकाय आमने-सामने, 297 नगरीय निकायों ने नहीं चुकाया 62.55 करोड़ रुपए

भोपाल। बकाया बिलों की वसूली को लेकर नगरीय निकाय और बिजली कंपनियां आमने-सामने आ गई है। प्रदेश के 297 नगरीय निकायों ने बिजली बिलों की बकाया 62 करोड़ 55 लाख रुपए की राशि नहीं चुकाई है। कंपनियों ने तकादा किया तो अब चुंगी क्षतिपूर्ति की राशि से इसका समायोजन किया जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक मध्यप्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी भोपाल के अंतर्गत 80 निकायों ने 20 करोड़ 1 लाख 89 हजार 81 रुपए के बिलों का भुगतान नहीं किया है। वहीं मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी जबलपुर के अंतर्गत आने वाले 117 निकायों ने 9 करोड़ 79 लाख 30 हजार 831 रुपए का बिल भुगतान नहीं किया है। मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के क्षेत्राधिकार के 100 निकायों ने 32 करोड़ 73 लाख 80 हजार 88 रुपए का बकाया बिजली बिल नहीं भरा है।
बिजली कंपनियों ने बकाया वसूली के लिए नगरीय प्रशासन विभाग को नोटिस थमाया तो अब नगरीय प्रशासन विभाग ने चुंगी क्षतिपूर्ति की राशि में से इन बकाया बिलों का समायोजन करने और इसकी जानकारी निकायों और नगरीय विकास एवं आवास संचालनालय को भेजने को कहा है।
नगरीय निकाय अक्सर स्ट्रीट लाईट और अपने वार्ड तथा निगम कार्यालयों में बिजली का भरपूर उपयोग करते है और जब वहां भारी भरकम बिल आ जाते है तो उनका समय पर भुगतान नहीं करते है। भुगतान न करने के कारण कई बार ऐसी स्थिति भी आ जाती है कि बिजली कंपनियां उनके कनेक्शन काटने पहुंच जाती है। फिर निकायों और बिजली कंपनियों के बीच लंबे पत्रों का आदान प्रदान चलता रहता है।
इन निकायों ने नहीं चुकाया करोड़ों का बिल
भोपाल में 12 करोड़ 78 लाख  35 हजार 196रुपए, ग्वालियर नगर निगम में 2 करोड़ 33 लाख 13 हजार, जबलपुर नगर निगम में 2 करोड़ 50 लाख 73 हजार 305, सागर नगर निगम में 1 करोड़ 10 लाख, इंदौर नगर निगम में 22 करोड़ 28 लाख 58 हजार 116,  खंडवा नगर निगम में 1 करोड़ 30 लाख 3 हजार 533, देवास नगर निगम में 1 करोड़ 26 लाख 51 हजार 381,  बुरहानपुर नगर निगम में 1 करोड़ 5 लाख 76 हजार 696 रुपए का बिल नहीं चुकाया था।

Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

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