भारतीय क्रिकेट को बुधवार को बड़ा झटका लगा, जब रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से अचानक संन्यास लेने का फैसला लिया। बुधवार को रोहित ने तत्काल प्रभाव से टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया। वह फिलहाल टेस्ट में टीम इंडिया के कप्तान भी थे। हालांकि, आईपीएल के बीच में अचानकर उन्होंने यह फैसला क्यों लिया, यह चौंकाने वाला है। भारतीय टीम को अगले महीने इंग्लैंड का दौरा करना है और इस सीरीज से ही भारत ने नए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप चक्र की शुरुआत होगी। रोहित टी20 अंतरराष्ट्रीय से पहले ही संन्यास ले चुके हैं। वह वनडे में भारतीय टीम की कप्तानी करना जारी रखेंगे।
रोहित शर्मा को 2022 में टेस्ट प्रारूप का नियमित कप्तान बनाया गया था। तब से लेकर हाल ही में ऑस्ट्रेलिया दौरे तक वह क्रिकेट के सबले लंबे प्रारूप में टीम इंडिया के कप्तान रहे। उनकी कप्तानी में भारत ने 24 टेस्ट खेले और इसमें से सिर्फ 12 टेस्ट में टीम इंडिया को जीत मिली। नौ टेस्ट में टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा। तीन टेस्ट ड्रॉ रहे। रोहित की आलोचना तब से शुरू हुई, जब भारत न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने घर में अहम टेस्ट सीरीज गंवा बैठा। 2023-25 विश्व टेस्ट चैंपियनशिप चक्र के फाइनल में पहुंचने के लिए भारत को कीवियों के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज जीतनी जरूरी थी, लेकिन भारतीय टीम वह सीरीज 3-0 से गंवा बैठी।
इसके बाद ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी भारत को 3-1 से पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में हार मिली। इस सीरीज में तो रोहित को आखिरी टेस्ट के लिए बेंच पर बैठा दिया गया। तब भी उनके संन्यास की अटकलें लगी थीं, लेकिन फिर उन्होंने स्टार स्पोर्ट्स से बात कर इन अटकलों का खंडन किया था। उन्होंने तब कहा था कि आगे क्या होगा किसी ने नहीं देखा और वह फॉर्म में वापसी का दम खम रखते हैं। सीरीज खत्म हुई और फिर भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम की। फिर आईपीएल की शुरुआत हुई और बीच में ही रोहित ने संन्यास का फैसला ले लिया.
रोहित ने बतौर टेस्ट कप्तान 24 टेस्ट की 42 पारियों में 1254 रन बनाए। इस दौरान उनका औसत 30.58 का रहा। 131 रन की पारी उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी रही। इस दौरान उन्होंने चार शतक और चार अर्धशतक लगाए। हालांकि, एक जनवरी 2024 के बाद से रोहित का इस प्रारूप में फॉर्म बेहद खराब रहा था। उन्होंने इस दौरान 14 टेस्ट की 26 पारियों में 24.76 की साधारण औसत से 619 रन बनाए। इसमें दो शतक और दो अर्धशतक शामिल है। न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में रोहित ने तीन मैचों की छह पारियों में 15.17 की औसत से 91 रन बनाए। वहीं, ऑस्ट्रेलिया दौरे पर तीन टेस्ट की पांच पारियों में हिटमैन 6.20 की औसत से 31 रन ही बना पाए।