मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनावों में बीजेपी के साथ गठबंधन नहीं: प्रफुल्ल पटेल
भोपाल में प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में एनसीपी के कार्यकारी अध्यक्ष बोले, पहले अपना संगठन मजबूत करेंगे, फिर चुनाव की बात होगी
भोपाल। एनसीपी के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने कहा है कि वो असली एनसीपी के।कार्यकारी अध्यक्ष हैं। उनके साथ बीजेपी का गठबंधन है, लेकिन राज्यों में चुनाव लड़ने के लिए कोई समझौता नहीं हुआ है। इसलिए एनसीपी अकेले ही चुनाव लड़ेगी। मध्य प्रदेश में संगठन की बैठक में चर्चा होगी, कितनी सीटों पर चुनाव लड़ने की स्थित बनेगी, हम निर्णय लेंगे।
श्री पटेल आज भोपाल प्रेस क्लब के प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में संवाददाताओं से चर्चा कर रहे थे। यहां एनसीपी के राष्ट्रीय महामंत्री बृजमोहन श्रीवास्तव और प्रदेश अध्यक्ष हेमंत पटेल भी मौजूद थे। प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि उनका पहला लक्ष्य यहां संगठन मजबूत करना है, यदि कहीं लगेगा तो ही चुनाव लड़ेंगे। सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि एनसीपी को लेकर चुनाव आयोग अक्टूबर के पहले हफ्ते में फैसला कर सकता है, लेकिन एनसीपी के अधिकांश चुने हुए जन प्रतिनिधि और पदाधिकारी उनके साथ है, इसलिए उनके पक्ष में ही निर्णय आयेगा। सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि शरद पवार जी से उनके वर्षों संबंध रहे हैं, संसद में फोटो खींचा गया, उसमे क्या दिक्कत है? उनका हम कल भी सम्मान करते थे, आज भी करते हैं और करते रहेंगे। उन्होंने महिला बिल पर पीएम मोदी की तारीफ की और कहा कि बहुत पहले से इसकी प्रक्रिया चल रही थी, लेकिन मोदी जी की इच्छा शक्ति के कारण ही बिल पास हो सका है। उन्होंने ओबीसी आरक्षण के सवाल पर कहा कि अभी केवल एससी एसटी के आरक्षण का प्रावधान है, ओबीसी का मुद्दा बाद में है। पहले तो जनगणना होगी, परिसीमन होगा, उसके बाद 2029 के चुनाव में ही महिला आरक्षण लागू हो पाएगा। अभी विरोध का कोई मतलब नहीं।
श्री पटेल ने संसद में बीजेपी सांसद द्वारा बीएसपी सांसद से अपशब्द कहे जाने के सवाल पर कहा कि ये घोर निंदनीय है। इसकी आलोचना जितनी की जाए कम है। कार्रवाई को लेकर उनका कहना था कि ये स्पीकर का विशेषाधिकार है। संसद की गरिमा बनाए रखने की जिम्मेदारी हम सभी की है। विपक्षी गठबंधन पर उनका कहना था कि ये इंडिया नही, आई डॉट एन डॉट डी डॉट आई डॉट एलायंस है। अभी बैठकों में ही अच्छा दिख रहा है, आगे देखिए क्या होता है। हमने पहले भी ऐसे गठबंधनों के परिणाम देखे हैं। जो एक लोगो पर एकमत नहीं हुए, नेतृत्व पर क्या एक होंगे? सवाल तो है, मोदी के खिलाफ कौन? हमें तो कोई नहीं दिखता। कार्यक्रम के प्रारंभ में भोपाल प्रेस क्लब के अध्यक्ष संजय सक्सेना ने उनका स्वागत किया। संरक्षक सतीश सक्सेना ने स्मृति चिन्ह प्रदान किया। वरिष्ठ पत्रकार लज्जाशंकर हरदेनिया, अरुण दीक्षित, अरुण पटेल, गिरीश उपाध्याय, अजय बोकिल, नासिर खान, ओपी श्रीवास्तव, प्रकाश सक्सेना, विजय शर्मा, डीएन पांडे, अलंकृत दुबे, संजय चतुर्वेदी, परवेज खान आदि उपस्थित रहे।