UP: गांव बिकाऊ है… ग्रामीणों ने लगाए पोस्टर, कहा- पलायन के अलावा कोई विकल्प ही नहीं

लखनऊ। गांव कपरोल बिकाऊ है…। बदायूं जिले में रास्ता बंद होने पर गांव कपरोल के लोगों ने पूरे गांव में इस तरह के इश्तहार चस्पा कर दिए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जब घर से बाहर आना-जाना ही मुश्किल है तो यहां से पलायन के अलावा और कोई विकल्प नहीं। कई बार अधिकारियों से मार्ग खुलवाने की मांग की, लेकिन गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण करा रहे अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया। शासन में भी शिकायत की, लेकिन वहां से भी कोई राहत नहीं मिली।

कपरोल, ब्लॉक इस्लामनगर क्षेत्र की ग्राम पंचायत चंदोई का मझरा है। ग्राम सचिवालय से लेकर अस्पताल आदि सभी संस्थाएं चंदोई में हैं। चंदौसी आदि स्थानों को जाने के लिए चंदोई से ही बस की सुविधा मिलती है। कपरोल से चंदोई की दूरी एक किलोमीटर है। दोनों गांव के बीच से गंगा एक्सप्रेस-वे निकाला जा रहा है। 

अब छह किमी की दूरी तय करनी होती है 

इन दिनों एक्सप्रेस-वे का तेजी से निर्माण चल रहा है। ऐसे में दोनों गांवों के बीच का रास्ता बंद हो गया है। इसकी वजह से कपरोल के लोगों को चंदोई जाने के लिए अब पहले नगला वराहा जाना होता है। वहां से सिठौली होते हुए चंदोई जाते हैं। यानी उन्हें एक किलोमीटर की दूरी की जगह करीब छह किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ रही है। पांच किलोमीटर के इस अतिरिक्त फेर ने ग्रामीणों को मुसीबत में डाल रखा है।

इसे लेकर ग्रामीणों ने कई बार गंगा एक्सप्रेस-वे के अधिकारियों से रास्ता दिलाने की मांग की, लेकिन उन्होंने अनसुना कर दिया। उसके बाद ग्रामीणों ने प्रधान अनुपमा सिंह के माध्यम से शासन से पत्राचार किया, पर वहां से भी कोई जवाब नहीं आया। मजबूरी ने ग्रामीणों ने गांव बिकाऊ है के पोस्टर चस्पा कर अपना विरोध जताया है। 

अफसरों ने नहीं की सुनवाई 

प्रधान अनुपमा सिंह ने बताया कि रास्ता खुलवाने को लेकर कई बार प्रयास किया गया। स्थानीय स्तर पर अधिकारियों से बात की, राहत नहीं मिलने पर शासन स्तर पर पत्राचार किया, लेकिन आज तक कोई राहत नहीं मिल सकी। इसकी वजह से ग्रामीणों ने यह कदम उठाया है।        

इनका कहना है

एसडीएम बिसौली कल्पना जायसवाल ने कहा कि इश्तहार चस्पा होने की जानकारी नहीं है। ऐसा है तो इसे दिखवाएंगे। आखिर ग्रामीणों को क्या दिक्कत आ रही है, इसे लेकर उनसे वार्ता की जाएगी और समस्या का समाधान कराया जाएगा।  

Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

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