Scindia : महाराजा से भाईसाहब और अब राजा साहब…

संजय सक्सेना
महाराज भाजपा में जाने के बाद भाईसाहब हो गये थे, लेकिन ग्वालियर आए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें राजा साहब बना दिया। मंच से शाह ने जब ज्योतिरादित्य सिंधिया को राजा साहब कहकर पुकारा, तो पूरा पंडाल तालियों से गूंज गया।
असल में भाजपा में नंबर दो की हैसियत रखने वाले अमित शाह का सिंधिया को उनके ही शहर ग्वालियर में राजा साहब कहना किसी बड़े तोहफ़े से कम नहीं है। वो भी तब जब कांग्रेस के लोग अकसर कहते हैं कि महाराज सिंधिया भाजपा में जाकर भाई साहब हो गए हैं। अब सिंधिया समर्थक कह सकते हैँ कि बता सकेंगे कि महाराज भाजपा में भी राजा ही हैं।
ये तो रही मंच की बात, पर राजनीतिक गलियारों में इसकी चर्चा तेजी से चल निकली है। लोग ये भी कह रहे हैँ कि अमित शाह से थोड़ी सी मिस्टेक हो गई, क्योंकि ‘राजा साहब’ के नाम से तो मध्य प्रदेश में दिग्विजय सिंह को कहा जाता है। अब लोग कह रहे हैं कि अमित शाह सिंधिया को ‘राजा साहब’ कहते समय शायद ‘राजा’ के आगे ‘महा’ लगाने भूल गए होंगे। कुछ ये भी कह रहे हैं कि जानबूझ कर शाह ने सिंधिया को राजा कहा।
कुछ भी हो, लेकिन शाह के इस सम्बोधन से सिंधिया खेमे में प्रसन्नता कि लहर देखी जा रही है। तो दूसरी तरफ विरोधी कहे जाने वाले खेमों में भी हलचल बढ़ गईं है। कुछ नेताओं के माथों पर बल पड़ते देखे जा सकते हैँ। ये लोग सिंधिया को किनारे करने कि मुहिम जो चला रहे हैँ।
असल में सभी जानते हैँ कि ग्वालियर चंबल में भाजपा के अंदर सिंधिया को अलग थलग करने की कोशिशें चल रही हैं, शाह के दौरे के बाद हो सकता है, समीकरणों में कुछ बदलाव आये। चर्चाओं का दौर तो भोपाल और दिल्ली तक पहुँच गया है।





