MP की बेटियाें ने किया प्रदेश का नाम रौशन, धार की माही बनी IPS, रीवा की वेदिका ने तीसरे अटेम्प्ट में पाई सफलता
भोपाल। सबसे कठिन परीक्षा मानी जाने वाली UPSC में मध्य प्रदेश के 27 अभ्यथियों ने सफलता के झंडे गाड़ दिए हैं। वहीं रीवा और धार जिले की दो बेटियों ने भी कमाल कर दिया। रीवा जिले में रहने वाली वेदिका बंसल ने 96वीं रैंक और धार जिले की रहने वाली माही शर्मा ने 106वीं रैंक प्राप्त कर दोनों जिलों को गौरवान्वित किया है।
सीएम मोहन ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर लिखा- संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा-2023 में चयनित मध्यप्रदेश के अभ्यर्थियों की सफलता से हृदय आनंदित है। मैं बाबा महाकाल से आप के उज्ज्वल भविष्य की प्रार्थना करता हूं एवं शुभकामनाएं देता हूं।
जल्द ही आप सभी से मुलाकात होगी। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप का ज्ञान, ऊर्जा एवं योग्यता देश एवं मध्यप्रदेश को स्वर्णिम पथ पर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
व्यवसाई की बेटी ने क्रैक किया UPSC
आशुतोष तिवारी, रीवा। शहर के नरेंद्र नगर में रहने वाली वेदिका बंसल ने यूपीएससी में 96वीं रैंक हासिल की है। व्यवसाई परिवार से ताल्लुक रखने वाली वेदिका के परिवार में अब तक कोई भी सरकारी नौकरी में नहीं था। वेदिका का कहना है कि यदि एकाग्रता के साथ कठिन परिश्रम किया जाए तो लक्ष्य तक पहुंचना मुश्किल नहीं है। उन्होंने बताया कि 2019 में पहला अटेम्प्ट था, लेकिन निराशा हाथ लगी। दूसरे अटेम्प्ट में भी वह सफल नहीं हो पाईं। तीसरे अटेम्प्ट में उन्होंने यूपीएससी क्रैक किया और 96वीं रैंक हासिल की। उन्होंने बताया कि मेरी उपलब्धि में परिवार के सभी सदस्यों का योगदान है। वेदिका के पिता की कोरोना काल मौत हो गई थी।
किनारा व्यापारी की बेटी IPS
रेणु अग्रवाल, धार। धार जिले के सरदारपुर तहसील के ग्राम राजगढ़ की रहने वाली माही शर्मा जिले को गौरवान्वित किया। माही के पिता राजू शर्मा किराना व्यापारी हैं। उन्होंने दूसरे अटेम्प्ट में ही UPSC पास कर ली है। माही ने एक वीडियो जारी कर अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षक के साथ ही अपने गुरु देवेंद्र सतपुड़ा को दिया है। उन्होंने कहा कि मंजिल कितनी भी मुश्किल क्यों ना हो मेहनत से सफलता अर्जित हो ही जाती है। इंदौर के होलकर कॉलेज से बीएससी करने के बाद माही ने दिल्ली में ही रहकर यूपीएससी की तैयारी की। शिक्षक देवेंद्र सतपुड़ा ने बताया कि माही आईएएस बनना चाहती थी पर इस बार उसका चयन आईपीएस के लिए हुआ है। लेकिन उन्हें विश्वास है कि भविष्य में वह आईएएस जरूर बनेगी।