Loksabha election: खजुराहो में फारवर्ड ब्लाक केप्रत्याशी को समर्थन दे सकती है कांग्रेस, PCC चीफ से मिले, जीतू बोले-बिहारी स्टाइल में चुनाव जीतना चाहती है बीजेपी

भोपाल। खजुराहो लोकसभा सीट पर कांग्रेस अब ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक (AIFB) प्रत्याशी व रिटायर्ड IAS राजा भैया प्रजापति को समर्थन दे सकती है। प्रजापति ने रविवार सुबह कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी से मुलाकात की है।

इसके बाद प्रजापति ने मीडिया से कहा, ‘खजुराहो सीट पर अब जो प्रत्याशी बचे हैं, मैं उनमें सबसे मजबूत हूं। इंडिया गठबंधन का यहां कोई उम्मीदवार नहीं है। मैं चाहता हूं कि वे मुझे समर्थन दें। पटवारी ने आश्वासन दिया है कि कांग्रेस मेरा समर्थन करेगी।’ हालांकि, कांग्रेस की तरफ से इसको लेकर कोई बयान अब तक नहीं दिया गया है।

दरअसल, इंडिया गठबंधन की तरफ से खजुराहो सीट पर समाजवादी पार्टी नेता मीरा दीपनारायण यादव को उम्मीदवार बनाया गया था। उनका नामांकन फॉर्म 5 अप्रैल को निरस्त कर दिया गया।

बिहारी स्टाइल में लड़ना चाहते हैं बीजेपी अध्यक्ष: जीतू पटवारी 

PCC चीफ जीतू पटवारी ने कहा, ‘AIFB प्रत्याशी आरबी प्रजापति ने मुझे बताया कि उन पर दबाव डाला जा रहा है। 2 दिन पहले समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी का नामांकन निरस्त हो गया। पर्चा कैसे निरस्त कराया गया? कलेक्टर बीजेपी कार्यकर्ता के तौर पर काम कर रहे हैं। हम इसके खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ेंगे।’

पटवारी ने कहा, ‘बीजेपी के जो अध्यक्ष हैं, वे बिहारी और फिल्मी स्टाइल में चुनाव लड़ना चाहते हैं। प्रत्याशियों का अपहरण कर लो। डरा दो। पैसे से खरीद लो, इस तरीके से चुनाव लड़ना चाहते हैं। खजुराहो में यदि एक भी प्रत्याशी बैठता है तो हम कह सकते हैं कि तानाशाही तरीके से बीजेपी चुनाव जीतना चाहती है। इसी तरीके से 400 सीटें पार करना चाहती है। मैं चुनाव आयोग से मांग करता हूं कि सभी प्रत्याशियों को सुरक्षा मुहैया कराई जाए।’

 निर्विरोध निर्वाचन कराना चाहते हैं : प्रजापति

AIFB उम्मीदवार आरबी प्रजापति ने भोपाल में मीडिया से चर्चा में कहा, ‘नाम निर्देशन पत्र की छंटनी के बाद उन्होंने (BJP) देखा कि ये उम्मीदवार ही मजबूत पोजिशन में हैं तो उन्होंने मुझ पर दबाव बनाया। मैंने दबाव को अस्वीकार कर दिया। भारत निर्वाचन आयोग में शिकायत की है।’ यह पूछने पर कि क्या बाकी उम्मीदवारों पर भी फॉर्म वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है, प्रजापति ने कहा- हो सकता है कि बाकी प्रत्याशियों पर भी दबाव बन रहे होंगे। ये बात वही प्रत्याशी बता सकते हैं। जो परिस्थितियां हैं, उसके हिसाब से तो यही लगता है कि इस सीट को प्रत्याशी विहीन कर निर्विरोध निर्वाचन कर दिया जाए लेकिन ऐसा होगा नहीं।

Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

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