Karnatak : ‘मैं भी रेस में हूं’, कर्नाटक CM की दौड़ में एक और नाम, कांग्रेस नेता ने दिए बड़े संकेत

नई दिल्ली। कर्नाटक की राजनीति में एक बार फिर नेतृत्व बदलाव की अटकलें तेज हो गई हैं। इसी बीच राज्य के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने संकेत दिया है कि अगर कांग्रेस सरकार में बदलाव होता हैतो वह भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में हैं।उन्होंने कहा कि इस पर अभी किसी वरिष्ठ नेता ने कोई बात नहीं की है, इसलिए इसे लेकर अधिक अनुमान नहीं लगाना चाहिए।

परमेश्वर ने कहा, “मैं हमेशा रेस में हूं, यह कोई बड़ी बात नहीं है।” उन्होंने याद दिलाया कि 2013 में वे कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष थे उसी दौरान कांग्रेस सत्ता में आई, लेकिन वे चुनाव हार गए थे। उन्होंने कहा कि अगर उस समय वे जीत जाते, तो शायद हालात कुछ और होते।

कांग्रेस की परंपरा का जिक्र
परमेश्वर ने बताया कि कांग्रेस में अक्सर यह परंपरा रही है कि प्रदेश अध्यक्ष को मुख्यमंत्री बनने का मौका मिलता है, हालांकि कई बार यह परंपरा लागू नहीं होती। उन्होंने कहा कि उस समय भी वे सीएम पद की रेस में थे और आज भी अगर बदलाव होता है, तो नाम स्वाभाविक रूप से सामने आता है।

आधे कार्यकाल से पहले अटकलें तेज
कर्नाटक में कांग्रेस सरकार आने वाले दिनों में अपने 2.5 साल के आधे कार्यकाल पर पहुंच रही है। इसी वजह से फिर चर्चा शुरू हुई है कि क्या सिद्धारमैया की जगह डीके शिवकुमार या कोई और नेता नेतृत्व संभाल सकता है। हालांकि कांग्रेस ने पहले ही कहा था कि पावर रोटेशन जैसी कोई बात तय नहीं हुई है।

परमेश्वर ने साफ किया कि कांग्रेस विधायक दल में भी इस मुद्दे पर कोई बात नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि अगर कभी बदलाव की जरूरत पड़ी, तो फैसला कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे लेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि इस पर अंतिम निर्णय खड़गे और राहुल गांधी, जो फिलहाल विदेश में हैं उनकी चर्चा के बाद होगा।

Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

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