RGPV :19.48 करोड़ के घोटाले में पूर्व कुलपति सुनील कुमार को भेजा जेल, रिटायर्ड फाइनेंस कंट्रोलर की अग्रिम जमानत खारिज

भोपाल। राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (RGPV) के पूर्व कुलपति सुनील कुमार को शुक्रवार को जेल भेज दिया गया। उन्हें भोपाल की गांधी नगर पुलिस ने 38 दिन बाद गुरुवार को रायपुर से गिरफ्तार किया था। दूसरी ओर, रिटायर फाइनेंस कंट्रोलर ऋषिकेश वर्मा की अग्रिम जमानत याचिका भोपाल कोर्ट ने खारिज कर दी है। उनके खिलाफ भोपाल के गांधी नगर थाना पुलिस ने 3 मार्च को यूनिवर्सिटी के अकाउंट में स्टूडेंट्स की फीस से जमा हुए 19.48 करोड़ रुपए प्राइवेट अकाउंट में ट्रांसफर किए जाने के मामले में FIR दर्ज की थी।

इससे पहले 3 आरोपी आरबीएल बैंक के तत्कालीन ब्रांच मैनेजर कुमार मयंक, एक्सिस बैंक पिपरिया के तत्कालीन ब्रांच मैनेजर रामकुमार रघुवंशी और दलित संघ सोहागपुर के सहसचिव सुनील रघुवंशी को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। मामले में अब तक 4 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। जबकि 2 की तलाश जारी है।

रजिस्ट्रार और रिटायर फाइनेंस कंट्रोलर गिरफ्त से बाहर

गांधी नगर थाना पुलिस ने बताया कि आरजीपीवी करप्शन केस में चार आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। जबकि दो अन्य आरोपियों (रजिस्ट्रार राजपूत और फायनेंस कंट्रोलर ऋषिकेश) की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें दबिश दे रही हैं। पुलिस के मुताबिक मामले में दलित संघ के सचिव रतन कुमरे और कोषाध्यक्ष अशोक चौरसिया से भी पूछताछ होना है। लेकिन, संघ के दोनों ही सदस्य सोहागपुर से गायब हैं।

 4 आरोपी हुए गिरफ्तार

गांधी नगर पुलिस RGPV करप्शन केस में यूनिवर्सिटी के कुलपति सुनील कुमार, बैंक कर्मचारी कुमार मयंक, एक्सिस बैंक पिपरिया के तत्कालीन मैनेजर रामकुमार रघुवंशी और दलित संघ के सह सचिव सुनील रघुवंशी को गिरफ्तार कर चुकी है।

Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

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