भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में बजट सत्र के पांचवें दिन सदन में सभी विधेयक पारित होने के बाद अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान हंगामा हो गया। संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने प्रस्ताव रखा कि विभागवार अनुदान मांगों पर चर्चा करने की बजाय एक साथ सभी विभागों की अनुदान मांगों पर चर्चा की जाए।
इस पर उन्होंने नेता प्रतिपक्ष की भी सहमति चाही। इसका नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने विरोध किया। अध्यक्ष ने बहुमत के आधार पर एक साथ चर्चा करने का फैसला लिया। इस पर कांग्रेसी सदन में विरोध करने लगे और शोर शराबे की स्थिति बन गई। इससे पहले राष्ट्रीय शिक्षा नीति और गैर मान्यता प्राप्त मदरसों में शिक्षा के मुद्दे भी उठे।
एक साथ अनुदान मांगों पर चर्चा के प्रस्ताव पर विपक्ष का हंगामा
सदन में सभी विधेयक पारित होने के बाद अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान हंगामा हो गया। संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने प्रस्ताव रखा कि विभागवार अनुदान मांगों पर चर्चा करने की बजाय एक साथ सभी विभागों की अनुदान मांगों पर चर्चा की जाए। इस पर उन्होंने नेता प्रतिपक्ष की भी सहमति चाही।
इसका नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने विरोध किया। इसके बाद संसदीय कार्य मंत्री ने अध्यक्ष के समक्ष प्रस्ताव रखा। अध्यक्ष ने बहुमत के आधार पर एक साथ चर्चा करने का फैसला लिया। इस पर कांग्रेसी सदन में विरोध करने लगे और शोर शराबे की स्थिति बन गई।
एक ओर वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा शोर शराबे के बीच विभागीय अनुदान मांगों को पारित करने जाने का प्रस्ताव पर रहे थे। दूसरी ओर सदन में कांग्रेसी हंगामा करते रहे।
मरकाम बोले-किसी के घर जाता हूं तो थाली धोनी पड़ती है
गोवंश वध विधेयक पर हंगामे के बाद मरकाम ने पहले तो क्षमा मांगी लेकिन बाद में कहा कि वह चार बार के विधायक हैं। मंत्री रह चुके हैं लेकिन आज भी अगर वह किसी के घर जाते हैं और भोजन करते हैं तो उन्हें थाली धोने पड़ती है। इस पर सदन में फिर हंगामा होने लगा।
गोवंश वध विधेयक पर सदन में हंगामा
गोवंश वध प्रतिषेध संशोधन अधिनियम पर चर्चा करते हुए विधायक ओंकार सिंह मरकाम ने कहा कि सदन के बाहर सभी धर्मों की एक बैठक बुलाई जाए और गौ माता के महत्व को समझाया जाए। गौ माता की मृत्यु पर उन्हें खुले में छोड़ दिया जाता है। गाय के चमड़े को निकाल कर उससे ढोलक बनाई जाती है, वही ढोलक मंदिर में बजती है। इस बयान पर भाजपा विधायकों ने विरोध शुरू कर दिया और सदन में बहस की स्थिति बन गई।
नर्सिंग घोटाले से ध्यान भटकाना चाहती है सरकार : आतिफ अकील
कांग्रेस विधायक आतिफ अकील ने कहा- नर्सिंग घोटाले से ध्यान भटकाने के लिए सत्ता पक्ष के विधायक मदरसों का मुद्दा उठा रहे हैं।
सिंघार बोले- जल जीवन मिशन में शिवराज सरकार के समय से भ्रष्टाचार
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा- जल जीवन मिशन में शिवराज सरकार के समय से घोटाला किया जा रहा है। अब डॉ. मोहन यादव की सरकार दोषियों को बचाने का काम कर रही है। जो जनता को पानी मुहैया नहीं करा पा रही है, वह सरकार फेल है।
विपक्ष का वॉक आउट, सदन से बाहर आकर की नारेबाजी
जल जीवन मिशन में भ्रष्टाचार के आरोप को लेकर सदन में शोर-शराबे की स्थिति बनी तो विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, ‘प्रश्नकाल के दौरान इस तरह की स्थिति नहीं बनने देनी चाहिए। अनुमति लेकर अपनी बात कहनी चाहिए।’ इससे असंतुष्ट विपक्ष ने सदन से वॉक आउट कर दिया। विपक्षी सदस्य बाहर आकर नारेबाजी करने लगे।
श्रीकांत चतुर्वेदी ने कहा- मैहर के अस्पताल में सरकारी वाहन नहीं
विधायक श्रीकांत चतुर्वेदी ने कहा- जिला बनने के बाद भी मैहर के अस्पताल में वाहन सुविधा नहीं है। पशु चिकित्सालय भी काम नहीं कर रहे हैं।
इसके जवाब में मंत्री लखन पटेल ने कहा कि कलेक्टर को इसके लिए निर्देश जारी किए गए हैं कि वे एस्टीमेट बनाकर भेज दें। इसे तुरंत स्वीकृति दी जाएगी। विकासखंड मुख्यालय में संचालित पशु चिकित्सालय को भी अपग्रेड किया जाएगा।