Bhopal : उत्तर सीट के लिए चाचा-भतीजे में सियासी जंग:आरिफ अकील ने की बेटे की पक्षदारी, दिग्विजय पहुंचे समझाने…
भोपाल । प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेजी से चल रही है। बीजेपी के लिए सबसे कठिन सीट मानी जाने वाली भोपाल उत्तर विधानसभा में इस बार चुनाव से पहले कांग्रेस अंदरूनी चुनौती का सामना कर रही है।
71 साल की उम्र पूरी कर चुके आरिफ अकील बीमार होने के चलते इस बार चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं। अब उनके उत्तराधिकारी को लेकर अंदर के खाने में जंग छिड़ी हुई है। भोपाल उत्तर सीट पर आरिफ अकील के बेटे आतिफ अकील और भाई आमिर अकील टिकट के लिए अपनी-अपनी लिए दावेदारी कर रहे हैं।
दरअसल इस सीट पर कांग्रेस नेता आरिफ अकील 6 बार से विधायक हैं। 1977 से अस्तित्व में आई भोपाल उत्तर विधानसभा में बीजेपी सिर्फ एक बार ही चुनाव जीत पाई है। साल 1993 में बीजेपी के प्रत्याशी रमेश शर्मा चुनाव जीते थे। इसके बाद 1998 से कांग्रेस के टिकट पर लगातार आरिफ अकील चुनाव जीतते आ रहे हैं।
चाचा और भतीजे में टिकट की जंग
भोपाल उत्तर सीट पर कांग्रेस के कद्दावर नेता और वर्तमान विधायक आरिफ अकील के बेटे इंजीनियर आतिफ अकील और भाई आमिर अकील के बीच टिकट को लेकर अंदरूनी तौर पर जमकर जंग छिड़ी हुई है। आमिर अकील अपने बड़े भाई आरिफ अकील के साथ राजनीतिक क्षेत्र में लगातार सक्रिय रहे। वह खुद को भोपाल उत्तर पर अब उत्तराधिकारी मानकर चल रहे हैं। चाचा-भतीजे दोनों ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं कमलनाथ और दिग्विजय सिंह सहित तमाम लीडर्स के सामने अपनी दावेदारी पेश कर चुके हैं।
आरिफ ने घोषित कर दिया अपना उत्तराधिकारी
पिछले महीने स्वतंत्रता दिवस पर आरिफ अकील फैंस क्लब द्वारा निकाली जाने वाली पैगामे मुहब्बत की रैली के कार्यक्रम में विधायक आरिफ अकील ने आतिफ अकील को अपना उत्तराधिकारी बताते हुए जिंदाबाद के नारे लगवा दिए। बडे़ भाई की बात सुनकर आमिर अकील भावुक हो गए थे।
दिग्विजय ने सुलह करने का किया प्रयास
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह विगत दिवस अकील के यहां पहुंचे। उन्होंने सभी को बुला कर सुलह कराने की कोशिश की। बताते हैं, उन्होंने अकील के भाई को समझाया और भतीजे का साथ देने को कहा।