Health या politics : आखिर क्यों दिया उपराष्ट्रपति धनखड़ ने इस्तीफ़ा…?

नई दिल्ली। जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देकर राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है. ऊपरी तौर पर इसका कारण स्वास्थ्य बताया गया है, लेकिन विपक्ष इसे स्वीकारने को तैयार नहीं है. उनका कहना है कि अंदरखाने कुछ ऐसा हुआ है, जिसकी वजह से उन्होंने त्याग पत्र दे दिया।

अचानक शाम को ऐसा क्या हुआ कि जगदीप धनखड़ ने इस्तीफा दे दिया? उनके इस्तीफे के पीछे सच में सेहत है या कोई सियासत? दरअसल, जगदीप धनखड़ के इस्‍तीफे की टाइमिंग को लेकर सवाल उठ रहे हैं. विपक्ष से लेकर तमाम लोगों को उनके अचानक इस्तीफे की बात पच नहीं रही. ऐसा नजारा शायद ही कभी देखने को मिला हो कि पहले दिन का सत्र चलाने के बाद किसी उपराष्ट्रपति ने इस्तीफा दिया हो.

कांग्रेस का मानना है कि उपराष्ट्रपति धनखड़ स्वस्थ हैं. कांग्रेस के अखिलेश प्रसाद सिंह, प्रमोद तिवारी और जयराम रमेश ने उपराष्ट्रपति से सोमवार की शाम 5.45 बजे जगदीप धनखड़ से मुलाकात की थी. उनके अनुसार उपराष्ट्रपति स्वस्थ थे. विपक्ष के इस दावे से भी सवाल उठ रहे हैं. जगदीप धनखड़ के सेहत वाले दावे पर कई विशेषज्ञ और विपक्षी नेता संदेह जता रहे हैं.

मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि सोमवार शाम साढ़े चार बजे बिजनेस एडवायजरी कमेटी की बैठक थी. इसमें सरकार की ओर से एल मुरुगन मौजूद थे. वह राज्य मंत्री हैं. ऐसा कहा जाता है कि धनखड़ ने इस बैठक को दोबारा आयोजित करने को कहा. उन्होंने ऐसा इसलिए किया, क्योंकि वे जेपी नड्डा और किरेन रिजिजू की मौजूदगी चाहते थे. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बताया कि इन दोनों नेताओं की गैर मौजूदगी से धनखड़ थोड़े असहज थे।

कांग्रेस महासचिव एवं संचार प्रभारी जयराम रमेश ने सोमवार को दूसरी कार्य मंत्रणा समिति (बीएसी) से केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा और किरेन रिजिजू की अनुपस्थिति पर सवाल उठाते हुए कहा कि सोमवार को दोपहर एक बजे से शाम साढ़े चार बजे के बीच कुछ बहुत गंभीर घटना घटी, जिसके कारण वे जानबूझकर दूसरी कार्य मंत्रणा समिति (बीएसी) से अनुपस्थित रहे।

उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “इसमें सदन के नेता जेपी नड्डा और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू सहित अधिकांश सदस्यों ने भाग लिया। कुछ चर्चा के बाद, बीएसी ने शाम 4:30 बजे फिर से बैठक करने का फैसला किया।”
कांग्रेस नेता ने बताया कि शाम 4.30 बजे बीएसी की बैठक धनखड़ की अध्यक्षता में पुनः हुई।रमेश ने दावा किया, “इसमें श्री नड्डा और श्री रिजिजू के आने का इंतज़ार किया गया। वे कभी नहीं आए। श्री जगदीप धनखड़ को व्यक्तिगत रूप से सूचित नहीं किया गया था कि दोनों वरिष्ठ मंत्री इसमें शामिल नहीं हो रहे हैं। उन्होंने नाराज़ होकर उचित ही बीएसी की बैठक आज दोपहर 1 बजे के लिए पुनर्निर्धारित की,”

उन्होंने मंगलवार को एक पोस्ट में कहा कि कल दोपहर एक बजे से शाम साढ़े चार बजे के बीच कुछ बहुत गंभीर घटना घटी, जिसके कारण नड्डा और रिजिजू कल दूसरी बीएसी से जानबूझकर अनुपस्थित रहे।
रमेश ने दावा किया, “अब एक अभूतपूर्व कदम उठाते हुए, श्री जगदीप धनखड़ ने इस्तीफ़ा दे दिया है। उन्होंने ऐसा करने के लिए स्वास्थ्य संबंधी कारण बताए हैं। उनका सम्मान किया जाना चाहिए। लेकिन यह भी सच है कि उनके इस्तीफ़े के और भी गहरे कारण हैं।”

उपराष्ट्रपति सचिवालय द्वारा 21 जुलाई को अपराह्न 3.53 बजे जारी एक बयान के अनुसार , धनखड़ 23 जुलाई, 2025 को जयपुर, राजस्थान के एक दिवसीय दौरे पर आने वाले थे, जहां उन्हें जयपुर के रामबाग पैलेस में कन्फेडरेशन ऑफ रियल एस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ( क्रेडाई ) राजस्थान की  नवनिर्वाचित समिति के सदस्यों के साथ बातचीत करनी थी।
आपको बता दें कि धनखड़ से पहले वीवी गिरी और आर वेंकट रमण के बाद उप राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने वाले वह तीसरे व्यक्ति हैं. हालांकि, पहले दोनों व्यक्तियों ने इस्तीफा देकर राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ा था।

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