UPSC : पिता RAS अधिकारी, बेटी ने पास की यूपीएससी परीक्षा, 1 सर्टिफिकेट के चक्कर में मचा बवाल

नई दिल्ली। आईएएस पूजा खेडकर केस के बाद यूपीएससी उम्मीदवारों के चयन में काफी सतर्कता बरतने लगा है. लेकिन इसके बावजूद हर साल कोई न कोई ऐसा मामला निकल ही आता है, जिसकी चर्चा पूरे देश में होने लगती है. इस बार बात हो रही है पूर्वा चौधरी की. इन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2024 में 533वीं रैंक हासिल की है. पहले पूर्वा चौधरी अपनी खूबसूरती को लेकर सुर्खियों में थीं. लेकिन अब मामला गड़बड़ हो गया है.
यूपीएससी रिजल्ट 2024 जारी होने के बाद से पूर्वा चौधरी लगातार चर्चा में हैं. पहले लोग उनकी खूबसूरती और उपलब्धियों की प्रशंसा कर रहे थे. कई लोग उनकी तुलना मॉडल से कर रहे थे. वह सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रिय हो गई थीं. लेकिन अब इस चर्चा ने एक नया मोड़ ले लिया है. अब उनकी खूबसूरती या उपलब्धि से ज्यादा उनके ओबीसी-एनसीएल (नॉन-क्रीमी लेयर) सर्टिफिकेट पर बात हो रही है. इस विवाद ने चर्चा का केंद्र ही बदल दिया है.
पूर्वा चौधरी राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले की रहने वाली हैं. उन्होंने यूपीएससी 2024 परीक्षा में AIR 533 हासिल की है. पूर्वा चौधरी ने सेंट जेवियर्स स्कूल और दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी श्रीराम कॉलेज से पढ़ाई पूरी की है. उनके पिता ओमप्रकाश सहारण राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) अधिकारी हैं. फिल्हाल वह कोटपूतली में अतिरिक्त जिला कलेक्टर के पद पर पोस्टेड हैं. पूर्वा चौधरी सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रिय थीं लेकिन बढ़ते विवादों के बीच उन्हें अपना इंस्टाग्राम अकाउंट डिएक्टिवेट करना पड़ा.
रिजल्ट के बाद वायरल हुई रील
यूपीएससी सीएसई 2024 परिणाम जारी होने के बाद पूर्वा चौधरी की बहन नव्या सहारण ने सोशल मीडिया साइट इंस्टाग्राम पर एक रील शेयर की थी. इसमें पूर्वा चौधरी की कई स्टाइलिश तस्वीरें थीं. इस वायरल वीडियो को 85 लाख से अधिक बार देखा गया था. आलम यह था कि लोग पूर्वा चौधरी की खूबसूरती की तुलना बॉलीवुड एक्ट्रेसेस और मॉडल्स से करने लगे थे. सोशल मीडिया यूजर्स ने उन्हें ‘ब्यूटी विद ब्रेन’ और ‘देश की सबसे खूबसूरत IAS’ जैसे कई टाइटल्स दे दिए थे.
ओबीसी-एनसीएल सर्टिफिकेट पर हो गया विवाद
पूर्वा चौधरी के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने आरोप लगाया कि पूर्वा चौधरी ने ओबीसी-एनसीएल कोटा का गलत फायदा उठाया. दरअसल उनके पिता, ओमप्रकाश सहारण राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) अधिकारी हैं. उनकी सैलरी और लाइफस्टाइल कथित तौर पर नॉन-क्रीमी लेयर की सीमा (8 लाख रुपये वार्षिक आय) से अधिक लगती है. इस विवाद को लेकर उनके पिता ओमप्रकाश सहारण को सफाई भी देनी पड़ी.

44 की उम्र में बने थे अफसर
पूर्वा चौधरी के पिता ओमप्रकाश सहारण 44 साल की उम्र में RAS अधिकारी बने थे. उन्होंने बताया कि 40 वर्ष से पहले सीधी भर्ती के मामले में ओबीसी-एनसीएल लाभ लागू नहीं होता है. उन्होंने कहा कि उनकी आय और कृषि आय क्रीमी लेयर में शामिल नहीं होती है और इसीलिए उनकी बेटी यानी पूर्वा का ओबीसी सर्टिफिकेट वैध है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लोग पूर्वा चौधरी की लाइफस्टाइल, महंगी ड्रेसेस, पर्स और ट्रिप्स को देखकर सवाल उठा रहे हैं.