PM मोदी संग बहस के निमंत्रण को राहुल गांधी ने किया स्‍वीकार, BJP ने किया पलटवार

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष राहुल गांधी ने दो पूर्व जजों की ओर से पेश चुनावी बहस के निमंत्रण को स्‍वीकार करते हुए कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बहस के लिए तैयार हैं. राहुल गांधी के इस बयान के बाद भाजपा ने पलटवार किया है. बीजेपी ने कहा कि राहुल गांधी तो प्रधानमंत्री पद का चेहरा तक नहीं हैं. भाजपा के फायरब्रांड नेता और सांसद तेजस्‍वी सूर्या ने राहुल गांधी कौन हैं, जिनसे प्रधानमंत्री को बहस करनी चाहिए।

दरअसल, रिटायर्ड जस्टिस मदन बी. लोकुर, जस्टिस रिटायर्ड अजीत पी. शाह और वरिष्‍ठ पत्रकार एन. राम ने लोक सभा चुनाव-2024 के मद्देनजर प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं को सार्वजनिक बहस में हिस्‍सा लेते हुए अपने एजेंडे से जनता को अवगत कराने का विचार दिया था. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस निमंत्रण को स्‍वीकार करते हुए कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सार्वजनिक बहस के लिए तैयार हैं. एक सवाल के जवाब में कांग्रेस सांसद ने कहा था कि वह किसी से भी बहस करने को तैयार हैं. यहां तक की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी।
राहुल गांधी के पीएम मोदी के साथ बहस करने के बयान के बाद भाजपा ने पलटवार किया है. भाजपा के फायरब्रांड नेता तेजस्‍वी सूर्या ने पूछा कि राहुल गांधी कौन हैं, जिनसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बहस करनी चाहिए? बीजेपी नेता ने कांग्रेस और इंडिया ब्‍लॉक में राहुल गांधी की स्थिति पर सवाल उठाते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी को बहस के लिए आमंत्रित करने से पहले वह विपक्षी दल की ओर से खुद को प्रधानमंत्री का चेहरा घोषित करवाएं. तेजस्‍वी सूर्या ने कहा, ‘राहुल गांधी कौन हैं, जिनसे पीएम मोदी को बहस करना चाहिए? राहुल गांधी तो कांग्रेस की ओर से प्रधानमंत्री पद का चेहरा तक नहीं हैं. इंडिया ब्‍लॉक को तो छोड़ ही दीजिए. पहले उन्‍हें कांग्रेस का पीएम कैंडिडेट बनने तो दीजिए।

Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

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