IAS अधिकारी और बीजेपी प्रत्याशी परमपाल कौर का वीआरएस खारिज किया पंजाब सरकार ने


चंडीगढ़ । पंजाब सरकार ने आईएएस अधिकारी और बीजेपी प्रत्याशी परमपाल कौर का वीआरएस खारिज कर दिया । केंद्र द्वारा त्यागपत्र मंजूर किए जाने के बावजूद पंजाब सरकार ने आईएएस अधिकारी और बठिंडा से बीजेपी प्रत्याशी परमपाल कौर का वीआरएस (समयपूर्व सेवानिवृत्ति) खारिज कर ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए कहा है। परमपाल कौर ने आईएएस की नौकरी से वीआरएस लेकर बीजेपी का दामन थाम लिया था, जिसके बाद उन्हें पार्टी ने बठिंडा से चुनावी मैदान में उतारा।
बीजेपी में शामिल होने से पहले उन्होंने अपनी नौकरी से त्यागपत्र दे दिया था, जिसे केंद्र ने मंजूर भी कर लिया, लेकिन अब जिस तरह से पंजाब सरकार ने उनके वीआरएस की मांग को खारिज कर वापस नौकरी पर लौटने को कहा है, उसे देखते हुए माना जा रहा है कि आगामी दिनों में उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि आज ही उन्हें अपना नामांकन भी दाखिल करना है।
दरअसल, परमपाल कौर के वीआरएस की मांग को इसलिए खारिज कर दिया गया, क्योंकि उन्होंने इस्तीफा देने के साथ ही तीन महिने के नोटिस पीरियड को भी माफ करने की मांग की थी। पंजाब सरकार ने अपने नोटिस में स्पष्ट कर दिया है कि नोटिस पीरियड माफ करना केंद्र सरकार का नहीं, बल्कि राज्य सरकार के क्षेत्राधिकार में आता है, जिसे ध्यान में रखते हुए उनका वीआरएस खारिज कर दिया गया।

पंजाब सरकार परेशान है- परमपाल
परमपाल 2011 बैच की आईएएस अधिकारी हैं. बठिंडा में उन्होंने पत्रकारों से कहा कि वो 1 जून को लोकसभा चुनावों के बाद पंजाब सरकार के आदेश पर रिप्लाई सबमिट करेंगी. साथ ही कहा कि पंजाब सरकार सिर्फ उनका समय बर्बाद करना चाहती है क्योंकि वो परेशान है. उन्होंने कहा, “मैं राजनीति में उतर चुकी हू्ं अब लोगों की सेवा करनी है और मेरा एक मात्र उद्देश्य बठिंडा का विकास है.”

Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

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