Politics: यूपी में हो जाए विधानसभा चुनाव तो… N.D.A. से 50 सीटों पर आगे निकला I.N.D.I.A..?

लखनऊ। जनाधार खिसकने के साथ भाजपा के जहां 64 (दो उपचुनाव में जीते थे) से 33 सांसद रह गए हैं, वहीं पार्टी का विधानसभा सीटों पर भी दबदबा घट गया है। पिछले विधानसभा चुनाव में 255 सीटें जीतने वाली भाजपा को इस बार यानी लोकसभा चुनाव 2024 में सिर्फ 162 सीटों पर ही बढ़त मिली है।

सपा का साथ छोड़ फिर एनडीए के साथ रालोद तो दो सांसदों के साथ आठ विधानसभा सीटों पर आगे रहा, लेकिन एक सीट गंवाने वाला अपना दल (एस) इस चुनाव में सिर्फ चार विधानसभा क्षेत्रों में ही आगे रहा है।
गौर करने की बात यह है कि एक विधायक वाली बसपा इस बार अकेले चुनाव मैदान में उतरी थी, लेकिन उसका एक भी सांसद बनना तो दूर, एक भी विधानसभा सीट पर पार्टी को बढ़त भी नहीं मिली है।

कांग्रेस को फायदा…
मुख्य विपक्षी सपा के कांग्रेस से हाथ मिलाने पर 37 सांसद तो जीते ही, उसे सर्वाधिक 183 विधानसभा सीटों पर बढ़त भी मिली है। हाशिये पर चल रही कांग्रेस को भी सपा के साथ से खूब फायदा होने से दोनों ही पार्टियों के नेता न केवल उपचुनाव बल्कि अगला विधानसभा चुनाव भी साथ-साथ लड़ने की बात कह रहे हैं।

विपक्षी गठबंधन एनडीए से 50 सीटों पर आगे रहा
लोकसभा चुनाव में भाजपा के एनडीए और कांग्रेस-सपा के आईएनडीआईए के बीच हुई लड़ाई को अगर विधानसभावार देखा जाए तो विपक्षी गठबंधन, सत्ताधारी एनडीए पर बहुत भारी दिखता है।
एनडीए को जहां 174 विधानसभा क्षेत्रों में ही बढ़त मिली है, वहीं विपक्षी गठबंधन 224 सीटों पर आगे रहा है। 50 सीटों पर आगे रहना वाला विपक्षी गठबंधन, राज्य में सरकार बनाने के लिए जरूरी 202 सीटों के जादुई आंकड़े से कहीं अधिक है। यही कारण है कि विपक्ष के नेता कह रहे हैं कि आज विधानसभा के चुनाव हो जाएं तो भाजपा सत्ता से बाहर हो जाएगी।

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