Politics: ‘राजनीतिक दलों के मुफ्त उपहारों पर लाना चाहिए श्वेतपत्र’, पूर्व RBI गवर्नर की केंद्र को सलाह

हैदराबाद। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के पूर्व गवर्नर डी सुब्बाराव ने मुफ्त उपहार को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को सलाह दी है। उनका कहना है कि सरकार को मुफ्त उपहार देने के मुद्दे पर राजनीतिक दलों के बीच सहमति बनाने के लिए ‘श्वेत पत्र’ लाना चाहिए। साथ ही इस बारे में गहन बहस होनी चाहिए कि इस संबंध में राजनीतिक दलों पर कैसे अंकुश लगाया जाए।

सुब्बाराव ने यह भी सलाह दी कि आम जनता को इन मुफ्त उपहारों की लागत और लाभों के बारे में अधिक जागरूक किया जाना चाहिए और यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह इस बारे में लोगों को कैसे शिक्षित करे। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह एक राजनीतिक मुद्दा है और इस पर राजनीतिक सहमति होनी चाहिए। इसका नेतृत्व केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री को करना होता है। मेरा मानना है कि उन्हें एक श्वेत पत्र जारी करना चाहिए और इस पर आम सहमति बनाने का प्रयास करना चाहिए।’

कैसे लगा सकते हैं रोक
आरबीआई के पूर्व गवर्नर का कहना है कि लोगों को मुफ्त उपहारों के बारे में जागरूक करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को सुनिश्चित करना चाहिए कि हम इस पर कैसे रोक लगा सकते हैं और हम इसे कैसे लागू कर सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि भारत जैसे गरीब देश में यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह सबसे कमजोर वर्गों को कुछ सुरक्षा तंत्र प्रदान करे और यह भी आत्मनिरीक्षण करे कि वित्तीय बाधाओं को देखते हुए उन्हें कितना दूर तक ले जाया जा सकता है।

Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

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